पहाड़ के बाद डुआर्स में भी गोजमुमो को लग सकता बड़ा झटका
सूत्रों के अनुसार दार्जिलिंग के पहाड़ी क्षेत्र में कई गोजमुमो नेता को तोड़ने के बाद अब डुआर्स इलाके में गुरुंग को बड़ा झटका देने की तैयारी है।
कोलकाता, [राज्य ब्यूरो] । अलग गोरखालैंड राज्य की मांग पर दार्जिलिंग में बेमियादी बंद व आंदोलन का नेतृत्व करने वाले गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (गोजमुमो) के प्रमुख बिमल गुरुंग को सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस एक के बाद एक झटका दे रही है।
सूत्रों के अनुसार दार्जिलिंग के पहाड़ी क्षेत्र में कई गोजमुमो नेता को तोड़ने के बाद अब डुआर्स इलाके में गुरुंग को बड़ा झटका देने की तैयारी है। कहा जा रहा है कि डुआर्स में गोजमुमो के 32 प्रभावशाली नेता जल्द ही तृणमूल का दामन थामेंगे। इन सभी नेताओं को कोलकाता के लिए रवाना भी कर दिया गया है जहां वे तृणमूल का झंडा थामेंगे। बताया जाता है कि गोजमुमो नेताओं ने डुआर्स के विकास के लिए कुल नौ मांगे रखी थी जिसपर राज्य के मंत्री अरूप विश्र्वास ने उन्हें अमल करने का भरोसा दिया है। इन मांगों में एक अलग गोरखा विकास बोर्ड का गठन और सभी गोरखाओं को अनुसूचित जनजाति की श्रेणी में शामिल करना प्रमुख है।
इधर, राजनीतिक जानकारों का कहना है कि इन नेताओं के तृणमूल में शामिल होने के बाद विमल गुरुंग का प्रभाव और कम हो जाएगा। वहीं तृणमूल को डुआर्स इलाके में अपना प्रभाव बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी। बता दें कि गोरखालैंड आंदोलन के दौरान हुए बम विस्फोटों के सिलसिले में राज्य सरकार द्वारा यूएपीए धारा के तहत मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद से गुरुंग फरार चल रहे है। इससे पहले दार्जिलिंग में गोजमुमो नेता विनय तमांग व अनित थापा ने राज्य सरकार से हाथ मिलाकर उन्हें बड़ा झटका दिया था। फिलहाल विनय तमांग ही पहाड़ के बड़े नेता के रूप में उभरे हैं।