जलपाईगुड़ी से सुनहरी छिपकली की हो रही थी तस्करी, बैकुंठपुर वन विभाग ने पकड़ा, तीन तस्कर गिरफ्तार
बैकुंठपुर वन विभाग की एमपीपी-1 टीम ने तस्करी कर ले जाए जा रहे एक कीमती सुनहरी छिपकली (तक्षक) को बरामद किया है। इस अभियान मे तीन तस्करो को भी गिरफ्तार किया गया है। छिपकली अरुणाचल प्रदेश से लाई गई थी।
सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। गुप्त सूचना के आधार पर बैकुंठपुर वन विभाग की एमपीपी-1 टीम ने तस्करी कर ले जाए जा रहे एक कीमती सुनहरी छिपकली (तक्षक) को बरामद किया है। इस अभियान मे तीन तस्करो को भी गिरफ्तार किया गया है। जबकि तस्कर गिरोह के दो सदस्य वन विभाग की टीम के हाथों से बच निकलने में कामयाब रहे हैं। आरोपितों को शनिवार जलपाईगुड़ी अदालत मे पेश किया गया है। जहां से उन्हे न्यायिक हिरासत मे भेज दिया गया है।
सूचना के आधार पर बैकुंठपुर वन विभाग की एमपीपी-1 की टीम रेंजर संजय दत्ता के नेतृत्व मे बीते शुक्रवार की शाम जलपाईगुड़ी जिला अंतर्गत उदलाबाड़ी इलाके मे घात लगाया। देररात एक कार राष्ट्रीय राजमार्ग किनारे स्थित एक होटल के सामने खड़ी हुई। मौके पर पाँच लोग जमा हुए। उसी समय वन विभाग की टीम ने उन पर धावा बोला। वन विभाग की टीम को देखकर दो लोग मौके से फरार होने मे सफल रहे। जबकि वन विभाग की टीम तीन लोगों को दबोचने मे कामयाब हुई। उनके नाम नर बहादुर लामा (36), नदो राम पगाग (48) और थुटेन जांबा (32) बताया गया है।
तलाशी के दौरान कार से एक सुनहरी छिपकली बरामद हुई। वन विभाग ने फौरन कार समेत छिपकली को जब्त किया और तीनों को वन्य प्राण तस्करी के आरोप मे गिरफ्तार किया। वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जब्त कार पड़ोसी राज्य असम नंबर की है। वहीं आरोपितों मे शामिल नर बहादुर लामा असम के सोनितपुर जिला अंतर्गत तेजपुर महकमा के चरिदूयार थाना अंतर्गत सोनाइ मिरीरा और नदो राम पगाग दफला गाँव थाना अंतर्गत धारिकाती इलाके का निवासी है। वहीं तीसरा आरोपित थुटेन जांबा अरुणाचल प्रदेश के तवंग जिला व थाना अंतर्गत नमेट इलाके का निवासी बताया गया है। वन विभाग की माने तो सुनहरी छिपकली को अरुणाचल के जंगलो से ही पकड़ कर लाया गया था। छिपकली को नेपाल तस्करी करने की योजना थी। वन विभाग मौके से फरार हुए तस्कर गिरोह के दो सदस्यों की तलाश मे जुटी है।