गोजमुमो की युवा शाखा आज से शुरू करेगी भूख हड़ताल
हाईकोर्ट का हथौड़ा चलने से परेशान गोजमुमो के युवा मोर्चा के अध्यक्ष प्रकाश गुरुंग ने शनिवार से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की घोषणा कर दी है।
दार्जिलिंग, [जागरण न्यूज नेटवर्क]। कलकत्ता हाइकोर्ट द्वारा बुधवार को दिए गए निर्देश से अलग राज्य की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (गोजमुमो) के नेता बौखला गए हैं। पिछले 37 दिनों से जारी आंदोलन और ¨हसा के बीच हाईकोर्ट का हथौड़ा चलने से परेशान गोजमुमो के युवा मोर्चा के अध्यक्ष प्रकाश गुरुंग ने शनिवार से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की घोषणा कर दी है।
वहीं दूसरी ओर अखिल भारतीय गोरखा लीग के दिवंगत प्रमुख मदन तमांग की पत्नी भारती तमांग सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई। उन्होंने कहा है कि निचली अदालत में जिस न्यायाधीश को मामले की सुनवाई करनी है, वे दार्जिलिंग के हैं। वह इस मामले में निष्पक्ष सुनवाई कर पाएंगे, इसपर उन्हें संदेह है। उन्होंने मांग की कि मेट्रोपोलिटन जज की अदालत में तब तक मामले की सुनवाई शुरू न की जाए, जब तक सुप्रीम कोर्ट से कोई आदेश नहीं आ जाता।
जैसे ही हाइकोर्ट के निर्देश की खबर गोजमुमो प्रमुख बिमल गुरुंग को मिली, उन्होंने दार्जिलिंग नगरपालिका के सभी पार्षदों की बैठक अपने आवास पर बुलाई, जो देर रात तक चली। वहीं दिल्ली में मौजूद मोर्चा के सचिव रोशन गिरि ने कहा कि किसी निर्देश की जानकारी उन्हें नहीं है। वे कोर्ट में विचाराधीन किसी मामले पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे।
दूसरी ओर बिमल गुरुंग, विनय तमांग और रोशन गिरि के बैंक खाते फ्रीज किए जाने की खबर है। हालांकि, राज्य प्रशासन की ओर से इसकी आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। वहीं कई सप्ताह से पहाड़ पर बंद इंटरनेट सेवा बहाल को लेकर गुरुवार को फिर विरोध-प्रदर्शन किया गया। वहीं अलग राज्य की मांग को लेकर मोबमबत्ती जुलूस भी निकाला गया।
ज्ञात हो कि कलकत्ता हाइकोर्ट ने बुधवार को सीबीआइ को निर्देश दिया कि 24 जुलाई को बिमल गुरुंग समेत मदन तमांग हत्याकांड के सभी आरोपितों को कोलकाता की निचली अदालत में पेश किया जाए। हाइकोर्ट के निर्देश पर ही केंद्र सरकार को केंद्रीय बल की चार कंपनी पहाड़ पर भेजनी पड़ी है। अब हाईकोर्ट ने पहाड़ पर आंदोलन कर रहे गुरुंग को कोलकाता के कोर्ट में पेश करने का निर्देश दिया है।
मदन तमांग हत्याकांड से जुड़े मुकदमे की सुनवाई मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट कुंदन कुमार की अदालत में होनी है। वे दार्जिलिंग के रहने वाले हैं इसलिए मदन तमांग की विधवा भारती तमांग ने कहा है कि उन्हें कुमार की अदालत में न्याय मिलने की उम्मीद नहीं है।