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हाथी दांत और गैंडे के सींग को 50 लाख में बेचने जा रहे थे काठमांडू, फिर क्या हुआ...

जंगली जानवरों के अंगों की तस्करी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इनमें हाथी दांत और गैंडे के सींग प्रमुख हैं। शनिवार की रात फिर एक ऐसे ही भूटानी गिरोह को पकड़ा गया है।

By Rajesh PatelEdited By: Published: Sun, 06 Jan 2019 11:46 AM (IST)Updated: Sun, 06 Jan 2019 11:46 AM (IST)
हाथी दांत और गैंडे के सींग को 50 लाख में बेचने जा रहे थे काठमांडू, फिर क्या हुआ...
हाथी दांत और गैंडे के सींग को 50 लाख में बेचने जा रहे थे काठमांडू, फिर क्या हुआ...
 जलपाईगुड़ी [जागरण संवाददाता]। हाथी दांत और गैंडे के सींग को असम से लाकर 50 लाख रुपये में काठमांडू बेचने जा रहे भूटान के तीन तस्करों को जलपाईगुड़ी के नागराकाटा में वन विभाग की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। भूटान नंबर की इनकी कार को भी जब्त कर लिया गया है। 
बताया गया कि वन विभाग के वोलाकोबा रेंज के रेंजर संजय दत्त को इसकी जानकारी पहले ही मिल चुकी थी। सो उन्होंने अपनी टीम के साथ नागराकाटा के सुलकापाड़ा मोड़ पर नाकेबंदी लगा दी थी। शनिवार की रात जैसे ही भूटान के नंबर की लाल रंग की कार आती दिखाई दी, सभी सतर्क हो गए। करीब आई तो रोका। फिर उसकी तलाशी ली तो सूचना सही निकली। उसमें एक किलोग्राम वजन का गैंडे का सींग तथा आधा किलोग्राम का हाथी दांत मिला।
इसके बाद उसमें सवार तीनों भूटानी नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया गया। एक केंद्रीय स्कूल का लाइब्रेरियन भी है। दो सरकारी ठेकेदार हैं। इनमें एक आरके ट्रांसपोर्ट का मालिक है। यह परिवहन क्षेत्र के अलावा परिवहन और एशियाई देशों के अलावा दक्षिण एशियाई देशों के साथ निर्यात-आयात व्यापार भी करता है। गिरफ्तार किए गए अपराधियों में दो के नाम सोनम दोरजी है। एक सोनम दोरजे जिग्मेशेरूप लियांग सेंट्रल स्कूल का लाइब्रेरियन है। एक अन्य का नाम किनजिंग वांग्डी है। तीनों ने बताया कि हाथी दांत और गैंडे के सीग को असम को बोडो से लाए थे। 

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