जीएनएलएफ प्रमुख ने ममता के 'मंत्री' पद से दिया इस्तीफा
पिछले साल 105 दिनों के गोरखालैंड आंदोलन के अंत के बाद उन्हें एचएडीसी का अध्यक्ष बनाया गया था और इस साल जून में एमओएस रैंक दिया गया था।
कोलकाता, जेएनएन। गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट (जीएनएलएफ) के प्रमुख व दिवंगत सुभाष घीसिंग के बेटे मान घीसिंग ने तृणमूल कांग्रेस को जोरदार झटका देते हुए हिल एरिया डेवलपमेंट कमेटी (एचएडीसी) के अध्यक्ष व मिनिस्टर ऑफ स्टेट रैंक (एमओएस) पद से इस्तीफा दे दिया।
उन्होंने शुक्रवार को अपने पिता की जन्मदिन के मौके पर फैक्स के माध्यम से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपना इस्तीफा पत्र भेजा, जिसे जीएनएलएफ के प्रवक्ता नीरज जिम्बा ने मीडिया को पढ़कर सुनाया।
मान ने लिखा कि दार्जिलिंग और कलिंपोंग जिले के विकास के लिए एचएडीसी का गठन किया गया था, लेकिन विभिन्न कारणों और परिस्थितियों की वजह से कार्य असफल रहा। वर्तमान राजनीतिक हालात और पर्वतीय क्षेत्र की जन भावनाओं को ध्यान में रखते हुए वे एचएडीसी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहे हैं और तत्काल प्रभाव से राज्य मंत्री का पद भी छोड़ रहे हैं।
गौरतलब है कि पिछले साल 105 दिनों के गोरखालैंड आंदोलन के अंत के बाद उन्हें एचएडीसी का अध्यक्ष बनाया गया था और इस साल जून में एमओएस रैंक दिया गया था।
जीएनएलएफ प्रमुख ने त्यागपत्र में आगे लिखा है कि वे दार्जिलिंग समस्या के दीर्घकालिक व विश्वसनीय राजनीतिक समाधान में विश्वास रखते हैं। केवल आर्थिक समाधान प्रदान करने से गोरखाओं की दीर्घकालिक समस्याओं का समाधान नहीं होगा इसलिए जीएनएलएफ का अनुरोध है कि बड़े और छोटे, सभी हितधारकों को आमंत्रित कर द्विपक्षीय प्रक्रिया को निरंतरता दी जाए।
जीएनएलएफ इस समस्या का लोकतांत्रिक समाधान खोजने के लिए आपका हर तरह से समर्थन करेगा, जो पहाड़ के लोगों को स्वीकार्य होगा।