सेवक-रंगपो रेल परियोजना का निरीक्षण करने सिक्किम पहुंचे जीएम
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : पूर्वोत्तर के सभी राज्यों को 2020 तक रेलवे नेटवर्क से जोड़ने क
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : पूर्वोत्तर के सभी राज्यों को 2020 तक रेलवे नेटवर्क से जोड़ने की कवायद के तहत सिक्किम को रेल नेटवर्क से जोड़ने की दिशा में फिर से पहल शुरू कर दी गई है। सेवक-रंगपो रेल परियोजना के सिलसिले में एनएफ रेलवे के जीएम संजीव रॉय बीते शनिवार को एनजेपी पहुंच कर सिक्किम के दौरे पर निकल गए।
एनएफ रेलवे के अनुसार इस परियोजना पर अभी तक कितना प्रगति हुआ है, इस संबंध में रेलवे कंस्ट्रक्शन विभाग, सिक्किम सरकार समेत अन्य संबंधित विभागों के साथ बैठक कर जानकारी हासिल करेंगे।
बताया जाता है कि इस परियोजना पर काम शुरू करने में सबसे बड़ी बाधा जमीन अधिग्रहण को लेकर है। पिछले नौ वर्षो से लंबित इस परियोजना के सर्वे का काम शुरू हो चुका है। रेलवे लाइन के लिए जरूरी जमीन अधिग्रहण के सिलसिले में संबंधित विभागों के साथ बैठक भी की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि सिक्किम को रेलवे के मानचित्र पर अंकित करने की ऐतिहासिक पहल 15वीं लोकसभा चुनाव के बाद गठित यूपीए टू की सरकार में तत्कालीन रेलमंत्री मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की उपस्थित में तत्कालीन उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने 30 अक्टूबर 2009 को किया था। 1340 करोड़ रुपये की इस परियोजना को वर्ष 2015 तक पूरा कराने का लक्ष्य रखा गया था। हालांकि समय से शुरू नहीं होने से इस परियोजना की राशि बढ़ा दी गई है। बताया गया कि सेवक से रंगपो तक अधिकतर पहाड़ियों पर ही रेल लाइन बिछाई जानी है। जमीन का अधिग्रहण होने के बाद उसकी लॉकेटिंग, व कटिंग शुरू हो पाएगी, उसके बाद रेल लाइन बिछाने का कार्य शुरू होगा। सेवक से रंगपो तक की दूरी लगभग 53 किलोमीटर है। लगभग एक-एक किलोमीटर की 11 सुरंगों के बीच से रेल पटरी गुजरेगी। सेवक से रंगपो के बीच मैली, तीस्ता बाजार, गेलीखोला, रियांग व रंगपो को रेलवे स्टेशन बनाए जाने का प्रस्ताव प्रस्तावित है।