सभी पदों से इस्तीफा देंगे पब कांड के मुख्य आरोपी
भारी विवाद -इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट देकर किया ऐलान -ससाज के हित में बगैर पद के भी काम
भारी विवाद
-इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट देकर किया ऐलान
-ससाज के हित में बगैर पद के भी काम करेंगे जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : पब कांड के मुख्य आरोपित तथा कथित समाजसेवी गौरी शंकर गोयल ने एक अप्रैल से सामाजिक और व्यापारिक संगठनों के सभी पदों को छोड़ने की घोषणा की है। वह विभिन्न सामाजिक और कारोबारी संगठनो में कई महत्वपूर्ण पदों पर हैं।
इंटरनेट मीडिया फेसबुक पर पोस्ट कर उन्होंने अपना यह निर्णय सार्वजनिक किया है। उनके इस निर्णय से विभिन्न सामाजिक व व्यापारिक संगठनों में हर्ष का माहौल है। वहीं गौरी शंकर गोयल ने बिना पद के भी समाज के हित में निरंतर कार्य करने की बात कही है।
शुक्रवार को गौरी शंकर गोयल ने फेसबुक पर एक पोस्ट डाला। पोस्ट में उन्होंने लिखा कि सार्वजनिक जीवन में समाज के विभिन्न संस्थाओं में उन्होंने अपना श्रम दिया तथा दायित्वों का निष्ठा से निर्वहन किया। इस क्रम में स्वाभाविक रुप में साथ भी मिला और साथ ही विरोधी मुखर भी हुए। लेकिन जीवन में उन्होंने आपसी सम्मान और प्रेम को प्राथमिकता दी। इसीलिए वह अगले एक अप्रैल से सामाजिक संस्थाओं और व्यापारिक संस्थाओं के पद पर नहीं रहेंगे। बल्कि कार्यकारिणी सदस्य भी नहीं रहने की बात उन्होंने कही है। इस दौरान सबके सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए जाने-अनजाने हुई गलती के लिए उन्होंने क्षमा याचना भी की है। नो शर्ट नो सर्विस फॉर ब्वॉयज,नो शर्ट फ्री ड्रिंक्स फॉर गर्ल्स पोस्टर से विवाद
यहां बताते चलें कि गौरी शंकर गोयल कुछ महीने पहले सेवक रोड के प्लैनेट मॉल स्थित अपने पब 'वॉर्थ दी हाइप' में एक युवती के साथ मारपीट कांड में मुख्य आरोपी हैं। उनके पब में नो शर्ट नो सर्विस फॉर ब्यॉज और नो शर्ट फ्री ड्रिंक्स फॉर गर्ल्स का पोस्टर लगा हुआ था। इसी अश्लील पोस्टर को हटाने की मांग करने वाली एक युवती व उसके पिता के साथ मारपीट की घटना सामने आई थी। पीड़िता ने भक्ति नगर थाने, जलपाईगुड़ी के जिला शासक समेत राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी शिकायत की थी। पीड़िता का आरोप था कि पोस्टर हटाने की मांग पर पब मालिक गौरी शंकर गोयल, उनका बेटा और उनकी बहु समेत पब में मौजूद बाउंसरों ने मिलकर की पिटाई की। लगातार बढ़ रहा था पद छोड़ने का दबाव
यह पब कांड सिलीगुड़ी में काफी चर्चा में रहा था। बल्कि इस कांड की वजह से गौरी शंकर गोयल को सामाजिक दबाव का भी सामना करना पड़ा। पब कांड के सामने आने के बाद से गौशाला की जमीन पर बने गोदाम पर कब्जा रखने का आरोप भी उनपर लगा। समाजसेवी बनकर नियमों को ताख पर रखकर सिर्फ अपने हित में किए उनके कारनामे उजागर होने पर समाज के एक पक्ष ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। समाज के एक पक्ष की मानें तो दबाव में आकर गौरी शंकर गोयल ने सामाजिक व व्यापारिक संगठनों के पद से इस्तीफा देने का मन बनाया है। ------- अब तक के जीवन में सामाजिक संस्थाओं से जुड़ कर समाजहित में मैनें काफी कार्य किया है। समाजसेवियों को पद की लालसा नहीं रखनी चाहिए। बिना पद के भी समाज हित में कार्य किए जा सकते हैं। इसीलिए मैनें सामाजिक और व्यापारिक संगठनों के पदों से हटने का फैसला किया है। हांलाकि समाज के हित में लगातार कार्य करते रहना चाहते हैं।
-गौरी शंकर गोयल