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एजेंसियों पर कार्रवाई नहीं,कुछ कर्मचारी बने बलि का बकरा

-तेल कंपनी के अधिकारियों ने साधी चुप्पी -उपभोक्ताओं ने मिलीभगत का लगाया आरोप जागरण संवा

By JagranEdited By: Published: Thu, 05 Mar 2020 09:26 PM (IST)Updated: Thu, 05 Mar 2020 09:26 PM (IST)
एजेंसियों पर कार्रवाई नहीं,कुछ कर्मचारी बने बलि का बकरा
एजेंसियों पर कार्रवाई नहीं,कुछ कर्मचारी बने बलि का बकरा

-तेल कंपनी के अधिकारियों ने साधी चुप्पी

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-उपभोक्ताओं ने मिलीभगत का लगाया आरोप

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : एलपीजी गैस सिलेंडर की काला बाजारी और गैस एजेंसियों की धांधली पर तेल कंपनियों के अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है। गैस एजेंसियों के खिलाफ तो अबतक काई कार्रवाई नहीं की गई है,हां कुछ स्तर के कर्मचारियों को बलि का बकरा जरूर बना दिया गया। सूत्रों के अनुसार इस प्रकार के अवैध कारोबार को सह देकर कुछ छोटे कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। कैश एंड कैरी योजना में धांधली से लेकर गैस सिलेंडर की काला बाजारी के खिलाफ दैनिक जागरण की मुहिम के बाद गैस एजेंसियों ने कुछ कर्मचारियों को निकाल-बाहर करना शुरु कर दिया है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर हर महीने उपभोक्ताओं को चूना लगाकर अवैध रूप से लाखों रुपये डकारने वाली गैस एजेंसियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाएगी। आरोप यह भी है कि एलपीजी गैस एजेंसी व तेल कंपनियों की मिलीभगत के बगैर इतना बड़ा अवैध कारोबार संभव ही नहीं है।

यहां बता दें कि एलपीजी सिलेंडर मुहैया कराने की प्रक्रिया में गैस एजेंसियों द्वारा चोरी-चोरी चुपके-चुपके उपभोक्ताओं की जेब काटी जा रही है। चाहे वह कैश एंड कैरी के माध्यम से हो, सिलेंडर से गैस चोरी या फिर सिलेंडरों की कालाबाजारी से हो। एलपीजी सिलेंडर मुहैया कराने की प्रक्रिया में कैश एंड कैरी की धांधली, सिलेंडर से गैस की चोरी, सिलेंडर की कालाबाजारी व पांच किलोग्राम वाले छोटे सिलेंडर के अवैध कारोबार पर तेल कंपनियों ने भी चुप्पी साध रखी है। इस मामले को लेकर इन्डेन और भारत गैस कंपनी के अधिकारियों से संपर्क करने की काफी कोशिश की गई। किसी ने कहा कि विदेश में हैं तो किसी ने कहा कि अभी कुछ नहीं कह सकते।

इधर,कई ग्राहकों का आरोप है कि गैस एजेंसियां उपभोक्ताओं की जब काटकर जो पैसे जमा करती है,उसमें से एक बड़ा हिस्सा तेल कंपनियों के अधिकारियों तक भी पहुंचता है। इसलिए कभी भी गैस एजेंसियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती।

दूसरी ओर हिदुस्तान पेट्रोलियम की एचपी गैस एजेंसी रंधानिका की कर्णधार गंगोत्री बराईक ने बताया कि मामला सामने आने के बाद से उपभोक्ताओं से संपर्क कर फीडबैक लिया जा रहा है। कालाबाजारी पर भी निगरानी रखी जा रही है। जो कर्मचारी इस प्रकार की धंधे में लिप्त पाए गए,उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


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