गुरुंग समिति का किया गया गठन, हिल एरिया डेवलेपमेंट समिति गठन पहाड़ विकास के लिए
ऑल इंडिया गुरुंग बौद्ध संघ के मिरिक महकमा समिति का गठन किया गया।
मिरिक, जेएनएन। ऑल इंडिया गुरुंग बौद्ध संघ के मिरिक महकमा समिति का गठन किया गया। मनोज गुरुंग के संचालन में आयेाजित सभा में मिरिक महकमा क्षेत्र के अधिकांश गुरुंग समुदाय के लोग मौजूद थे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार महकमा समिति में चंद्र बहादुर गुरुंग को अध्यक्ष, सुनीला गुरुंग, सृजना गुरुंग को उपाध्यक्ष, अरुण गुरुंग को सचिव रमेश गुरुंग तथा नित्यम गुरुंग को सह सचिव, वंदना गुरुंग तथा तीर्थ गुरुंग को कोषाध्यक्ष समेत कुल छह समिति सलाहकार भी बनाए गए। इसके साथ ही समिति के कार्यकारी सदस्य भी नियुक्त किए गए। सभा में अखिल भारतीय गुरुंग तथा बौद्ध संगठन के अध्यक्ष आनंद गुरुंग, पश्चिम बंगाल गुरुंग विकास तथा सांस्कृतिक बोर्ड के सभापति खगेन गुरुंग ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि संगठन को एकता बनाकर चलना होगा।
वक्ताओं ने राजय सरकार द्वारा गठित किए गए गुरुंग विकास बोर्ड को जनहित तथा समुदाय के हित में होने का दावा किया। वहीं गुरुंग जाति का जनजाति का दर्जा देने की मांग भी प्रमुखता से उठाई गई।
गोरामुमो सभा
गोरामुमो सौरेनी पानीघाटा तराई समिति के अध्यक्ष नवराज क्षेत्री ने छठी अनुसूची को संवैधानिक व्यवस्था बताते हुए इससे गोरखा जाति को सुरक्षा मिलने की बात कही। सभा के बाद पत्रकार वार्ता करते हुए क्षेत्री ने कहा कि छठी अनुसूची एसी व्यवस्था है जिससे आम लेागों से लेकर मूक बधिर लोगों का भी कल्याण संभव होगा। उन्होंने दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र के लिए अनुसूची का लागू होना अति आवश्यक बताया।
जिसके लिए गोरामुमो कार्यकर्ता पूरी लगन से कार्य कर रहे हैं। क्षेत्री ने बताया कि सरकार ने हिल एरिया डेवलेपमेंट समिति का गठन पहाड़ के विकास के लिए ही किया है। उन्होंने समिति के माध्यम से ही लेागों का विकास होने का दावा किया। इस मौके पर गोरामुमो नेता ने गोरखा जाति के प्रति केंद्र सरकार तथा दार्जिंिलंग सांसद के उदासीन रवैये की निंदा की। क्षेत्री ने कहा कि पहाड़ की जनता का विकास मात्र गोरामुमो के द्वारा किया जाना ही संभव है।