होली के पावन अवसर को लेकर लोकगीतों की गूंज सुनाई पड़ने लगी है
होली के पावन अवसर को लेकर लोकगीतों की गूंज सुनाई पड़ने लगी है। ऐसे में मस्त मंडल सिलीगुड़ी की टीम की ओर से चंग की ताल से ताल मिला लोक गीत गाए जा रहे हैं।
सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। होली के पावन अवसर को लेकर लोकगीतों की गूंज सुनाई पड़ने लगी है। ऐसे में मस्त मंडल, सिलीगुड़ी की टीम की ओर से चंग की ताल से ताल मिला लोक गीत गाए जा रहे हैं। इसके लिए राजस्थान से कलाकारों को बुलाया गया है। जो चंग की ताल पर होली के गीत और नाच को बहुत ही खूबसूरती के साथ प्रस्तुत कर शहरवासियों का मनमोह रहे हैं।
इस समय चंग की ताल पर बढ़चढ़ कर लोक गीत गाए जा रहे हैं। पंजाबीपाड़ा, खालपाड़ा, बिहार मोड़ सहित अन्य कई इलाकों में मंडल की टीम पहुंचकर लोक गीत गा रही है। शाम ढलने के साथ ही लोग गीत गाने वाली टोली होली के रंग में रंगी नजर आने लगी है।
मस्त मंडल की ओर से बताया गया कि यह त्योहार उमंग और उत्साह का है। ऐसे में लोक गीत इस उत्साह को दोगूना कर देते है। आज हम अपनी परंपरा भूलते जा रहे हैं। हमारा उद्देश्य है कि भावी पीढ़ी भी इसके बारे में जान सके। होली तक चलता है। जहां कहीं भी हमें आमंत्रित किया जाता है। हमारी टीम वहां पर पहुंच जाती है। खालपाड़ा, सेवक रोड, एस एफ रोड, सालुगाड़ा सहित अन्य इलाकों में इस समय चंग की गूंज सुनाई पड़ रही है। जिन पर जमकर नाच इत्यादि किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि इस समय मारवाड़ी और बिहारी समुदाय के द्वारा विशेष तौर पर होली गाई जा रही है। जिसमें बड़ों के साथ बच्चे भी होली गाते देखे जा रहे हैं।