सिक्किम के सीएम पवन चामलिंग पर महिलाओं का अपमान करने का आरोप, एफआइआर दर्ज
अच्छे कार्यों के लिए देश भर में सुर्खियों में रहने वाले सिक्किम के सीएम पवन चामलिंग पर महिलाओं को लेकर अपमानजनक टिप्पणी का आरोप लगा है। उनके खिलाफ गटोक में एफआइआर भी कराई गई है।
By Rajesh PatelEdited By: Published: Wed, 16 Jan 2019 10:29 AM (IST)Updated: Wed, 16 Jan 2019 10:29 AM (IST)
गंगटोक [जागरण संवाददाता]। सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा ने सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन चामलिंग के खिलाफ गंगटोक के सदर थाना में महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए एफआइआर दर्ज कराई है। मुख्यमंत्री ने गत वर्ष पांच दिसंबर को एक बैठक में महिलाओं के मासिक धर्म चक्र को लेकर कथित रूप से एक टिप्पणी की थी।
सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा की महिला शाखा नारी मोर्चा की नोताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा दर्ज कराई गई एफआइआर में पुलिस से कार्रवाई का अनुरोध किया गया है। एक संवाददाता सम्मेलन में नारी मोर्चा की उपाध्यक्ष गंगा परसाई ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा की गई टिप्पणी महिलाओं का अपमान है। इसे नारी मोर्चा बर्दाश्त नहीं करेगा। इसके लिए मुख्यमंत्री को माफी मांगनी चाहिए। जब तक वे माफी नहीं मांगते, विरोध होता रहेगा।
उन्होंने सत्तारूढ़ पार्टी सिक्किम डोमोक्रेटिक फ्रंट की एक महिला नेता बीमा राय के उस बयान की भी निंदा की, जिसमें उनके द्वारा कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने जन जागरूकता के लिए इस मुद्दे पर प्रकाश डाला था। सीएम का बयान सीधे महिलाओं का अपमान करने वाला है। जनजागरूकता के लिए बुलाकर महिलाओं का अपमान किया गया है।
सीएम पहले ही दे चुके हैं स्पष्टीकरण
हालांकि मुख्यमंत्री पवन चामलिंग पहले ही स्पष्टीकरण देते हुए कह चुके हैं कि उनका बयान किसी भी तरह महिलाओं की मर्यादा पर चोट पहुंचाने व अपमान नहीं करने वाला नहीं है।
सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा की महिला शाखा नारी मोर्चा की नोताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा दर्ज कराई गई एफआइआर में पुलिस से कार्रवाई का अनुरोध किया गया है। एक संवाददाता सम्मेलन में नारी मोर्चा की उपाध्यक्ष गंगा परसाई ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा की गई टिप्पणी महिलाओं का अपमान है। इसे नारी मोर्चा बर्दाश्त नहीं करेगा। इसके लिए मुख्यमंत्री को माफी मांगनी चाहिए। जब तक वे माफी नहीं मांगते, विरोध होता रहेगा।
उन्होंने सत्तारूढ़ पार्टी सिक्किम डोमोक्रेटिक फ्रंट की एक महिला नेता बीमा राय के उस बयान की भी निंदा की, जिसमें उनके द्वारा कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने जन जागरूकता के लिए इस मुद्दे पर प्रकाश डाला था। सीएम का बयान सीधे महिलाओं का अपमान करने वाला है। जनजागरूकता के लिए बुलाकर महिलाओं का अपमान किया गया है।
सीएम पहले ही दे चुके हैं स्पष्टीकरण
हालांकि मुख्यमंत्री पवन चामलिंग पहले ही स्पष्टीकरण देते हुए कह चुके हैं कि उनका बयान किसी भी तरह महिलाओं की मर्यादा पर चोट पहुंचाने व अपमान नहीं करने वाला नहीं है।
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