एंटी रैबीज वैक्सीन की कमी से मरीज परेशान, धरना-प्रदर्शन की चेतावनी
-बैठक में मंगलवार तक एंटी रैबीज वैक्सीन की व्यवस्था हो जाने किया दावा - कुत्तों की नसबंदी के मामल
-बैठक में मंगलवार तक एंटी रैबीज वैक्सीन की व्यवस्था हो जाने किया दावा
- कुत्तों की नसबंदी के मामले में उदासीन है नगर निगम : डॉ. रूद्रनाथ
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : जिला अस्पताल में एंटी रैबीज वैक्सीन की कमी दूर नहीं होने से मरीज परेशान है। इस समस्या के समाधान की मांग को लेकर गुरुवार को सिलीगुड़ी वेलफेयर आर्गेनाइजेशन ने धरना-प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।
गुरुवार को सिलीगुड़ी जिला अस्पताल में रोगी कल्याण समिति की बैठक के दौरान आर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष पुलक गांगुली ने कहा कि पिछले कुछ महीने से सरकारी अस्पतालों में एंटी रैबीज वैक्सीन की कमी है। जिससे जानवरों के काटने से प्रभावित मरीज और उनके परिजन परेशान है। इतना ही नहीं एंटी रैबीज वैक्सीन का कोर्स भी पूरा नहीं हो पा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का खमियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। कुत्ता काटने के मामले अधिक प्रकाश में आ रहे हैं।
इस बारे में दार्जिलिंग जिले के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रलय आचार्य ने कहा कि एंटी रैबीज वैक्सीन की कमी पर स्वास्थ्य विभाग गंभीर है। जल्द ही इसकी कमी दूर कर दी जाएगी। वहीं जिला अस्पताल रोगी कल्याण समिति के चेयरमैन डॉ. रूद्रनाथ भट्टाचार्य ने कहा कि वैक्सीन की कमी सच्चाई है। लेकिन यह भी सत्य है कि कुत्तों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है, नगर निगम प्रशासन को उनकी नसबंदी की ओर भी ध्यान देना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि अगले सप्ताह के मंगलवार तक 18 हजार एंटी रैबीज वैक्सीन उपलब्ध करा दी जाएगी। जिला अस्पताल में औसतन 80 मामले हर रोज जानवरों के काट लेने वाले आते हैं। डिप्टी मेयर राम भजन महतो ने कहाकि कुत्तों के बंध्याकरण के लिए शिविर लगाए जाते हैैं। नगर निगम पर आरोप लगाने की जगह वैक्सीन की उपलब्ध कराने के बारे में डॉ रूद्रनाथ को सोचना चाहिए।