अधिक बिजली बिल से परेशान हैं लोग-भाजयुमो
फोटो-राजेश- -विभाग पर मनमानी करने का लगाया आरोप -पूरे राज्य में दी आंदोलन की धमकी
फोटो-राजेश-
-विभाग पर मनमानी करने का लगाया आरोप
-पूरे राज्य में दी आंदोलन की धमकी जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : राज्य बिजली वितरण कंपनी द्वारा मनमाना बिजली बिल थोपने का आरोप भारतीय जनता युवा मोर्चा, पश्चिम बंगाल राज्य इकाई के अध्यक्ष देवजीत सरकार ने लगाया है। इसको लेकर उन्होंने पूरे राज्य में आंदोलन करने की धमकी भी दी है। सरकार ने शनिवार को वेनस मोड़ स्थित जिला भाजपा कार्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि बिजली विभाग द्वारा मनमानी जारी है। पहले सौ यूनिट बिजली का बिल साढ़े तीन सौ से चार सौ रुपये के बीच आता था, अब आठ सौ से नौ रुपये आ रहा है। वहीं भाजपा शासित राज्यों सौ यूनिट बिजली का बिल तीन सौ चार रुपये के बीच ही आता है। बिजली बिल भेजने में विभाग द्वारा काफी खेल किया जा रहा है। अगर कोई व्यक्ति ज्यादा बिजली भेजने का विरोध करता है, अथवा विद्युत विभाग के कर्मचारियों के साथ झगड़ा करता है, तो उनसे बिजली बिल जितना व देते हैं, उतना ही ले लेते हैं। जबकि सभ्य लोग जो आसानी से बिना किसी झमेला किए हुए बिल जमा कर देते हैं, उन पर ही जानबूझ कर और दूसरों का भी बिल थोप देने का खेल चल रहा है। उन्होंने कहा कि यह भी खेला चल रहा है कि अगर पहले महीने में विद्युत मीटर सौ यूनिट उठा है, दूसरे महीने में भी सौ यूनिट व तीसरे महीने में सौ यूनिट उठता है, यानी तीनों महीने का मिलाकर कुल तीन सौ यूनिट विद्युत मीटर उठता है। तीनों महीने में एक यूनिट से सौ यूनिट का जो दर निर्धारित किया गया है, उसी दर से हर महीने बिल जोड़कर भेजा जाना चाहिए। जबकि देखा जाता है कि दो सौ तीन सौ यूनिट का जो दर निर्धारित किया गया है, उसी आधार पर एक यूनिट से तीन सौ यूनिट का बिल बना कर भेज दिया जाता है। उन्होंने कहा कि विद्युत विभाग के इस मनमाना रवैये के खिलाफ भाजयुमो द्वारा पूरे राज्य में आंदोलन में किया जाएगा।
तीन दिवसीय राज्य सम्मेलन
भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष सरकार ने कहा कि वह पिछले तीन दिनों से उत्तर बंगाल के विभिन्न जगहों पर घूम रहे हैं। सितंबर के अंतिम सप्ताह अथवा अक्टूबर को इस बार उत्तर बंगाल में भाजयुमो तीन दिवसीय राज्य सम्मेलन आयोजित करेगी। सम्मेलन में पूरे राज्य से कार्यकर्ता शामिल होंगे। राज्य की जनता तृणमूल सरकार से त्रस्त हो चुकी है। भाजपा ही एक मात्र पार्टी है, जो राज्य में विकासोन्मुख शासन दे सकती है। राज्य की जनता ने भी वर्ष 2021 के चुनाव में परिवर्तन का मन बना लिया है।