मिठाइयों पर भी चढ़ा राजनीतिक रंग
-कमल फूल और जोड़ा फूल की मांग ज्यादा -हंसुआ हथौड़ा छाप को भी पसंद कर रहे लोग -हा
-कमल फूल और जोड़ा फूल की मांग ज्यादा
-हंसुआ हथौड़ा छाप को भी पसंद कर रहे लोग
-हाथ छाप वाली मिठाइयों की मांग बेहद कम
- मावा और छेना से बनाई गई है मिठाइयां
-एक मिठाई की कीमत है बीस से 25 रुपये
स्नेहलता शर्मा, सिलीगुड़ी : राज्य विधानसभा चुनाव की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है वैसे-वैसे चुनावी रंग चढ़ते जा रहा है। शहर की दुकानें विभिन्न पार्टियों के रंग में रंगी नजर आ रही है। ऐसे में भला मिठाइयां कैसे पीछे रहने वाली है। चुनाव के इस दौर में मिठाइयों पर भी राजनीतिक रंग चढ़ा हुआ नजर आ रहा है। सिलीगुड़ी शहर के कई मिठाई दुकानों में भाजपा, तृणमूल कांग्रेस, सीपीएम और कांग्रेस पार्टी की चुनाव चिन्ह वाली मिठाइयां बिक रही हैं। इन मिठाइयों की बेहद मांग भी है। मिठाइयों पर कमल फूल भगवा रंग में रंगा है। कमल फूल भाजपा का चुनाव चिन्ह है। वहीं तृणमूल का चुनाव चिन्ह जोड़ा फूल हरे रंग में है। जबकि माकपा का चुनाव चिन्ह हंसुआ और हथौड़ा लाल रंग का बनाया गया है। मिली जानकारी के अनुसार इन मिठाइयों की मांग भी है। ऐसा नहीं है कि किसी खास राजनीतिक पार्टी के लोग ही इन मिठाइयो को खरीद रहे हैं। आमलोग जिनका राजनीति का मतलब सिर्फ मतदान करना है वह भी इन मिठाइयों को खरीद रहे हैं। जो जानकारी मिली है उसके अुनसार कमल फूल छाप और तृणमूल का चुनाव चिन्ह जोड़ा फूल छाप मिठाइयों की मांग काफी है। ऐसे लोग हंसुआ-हथौड़ा छाप की मिठाई भी खरीद रहे हैं। अभी बाजार में यही तीन राजनीतिक रंगों की मिठाइंयां बिक रही है। जहां तक कांग्रेस के चुनाव चिन्ह हाथ छाप की बात है तो यह मिठाई कम बिक रही है। इन मिठाइयों के विक्रेता पंकज घोष ने बताया कि कि जब चुनाव की तिथियों का एलान हुआ तब से दिल में तमन्ना थी कि मिठाइयों पर भी राजनीति का रंग चढ़ा दिया जाए। इससे इनकी बिक्री भी खूब बढ़ेगी साथ ही लोगों के आकर्षण का केंद्र भी होगा। मिठाई को छेना और मावा देकर बनाया गया है। जिसकी कीमत बीस से 25 रुपये है। जिसका स्वाद भी बढि़या है। इन मिठाइयों को सिर्फ पार्टी वाले लोग ही नहीं बल्कि आम आदमी भी खरीदने में बेहद रूची दिखा रहे है। वे अपने परिवार के सदस्यों सहित आसपास के लोगों को भी मिठाई दिखाने के लिए खरीदकर ले जाते हैं। आगामी दिनों में तो इनकी मांग खूब बढ़ेगी। वहीं शहरवासियों का कहना है कि वाकई में ये मिठाइयां खूब लूभा रही है। वहीं अपने-अपने दल के समर्थकों का कहना है कि अब तो वे मिठाई के माध्यम से ही समर्थन जता पाएंगे। इससे पता चलता है कि वाकई में चुनाव को लेकर लोग कितने उत्साहित है। जाहिर मिठाई पर चुनावी रंग चढ़ गया है। इसके अलावा आगामी दिनों में तो चारों ओर चुनाव की बहार नजर आएगी।
हाहाहा..चलो सभी की मिठाई ले लेते हैं
दुकान में चंपासारी इलाके के रहने वाले समीर गुप्ता नामक ऐसे भी व्यक्ति आए जिन्होंने दो सौर रुपये की सभी चुनावी छाप वाली मिठाइयां पैक करवा ली। उनका कहना था कि राजनीति से कोई लेना-देना नहीं। नई प्रकार की मिठाई दिखी इसलिए खरीद ली। उन्होंने हंसते हुए कहा कि किसी पार्टी को क्या नाराज करना इसलिए सभी चुनाव चिन्ह वाली मिइाइयां खरीद ली। वोट तो किसी एक को ही देंगे। उसके बाद वह फिर से हंसने लगे।