West Bengal : कोरोना सतर्कता के साथ मनाई गई ईद मीलाद-उन-नबी
सिलीगुड़ी शहर में विशाल जुलूस ए मोहम्मदी नहीं निकाला गया। मुस्लिम बहुल इलाकों में लोगों ने निकटवर्ती मस्जिदों में छोटे स्तर पर ही आयोजन किया। यहां हाशमी चौक के निकट हिलकार्ट रोड स्थित सिलीगुड़ी जामा मस्जिद में अंजुमन खिदमत-ए-खल्क की ओर से विशेष रूप में प्रार्थना सभा आयोजित की गई।
सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। इस्लाम धर्म के पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के 1450वें जन्म दिवस के उपलक्ष्य में आज देश-दुनिया के साथ ही साथ सिलीगुड़ी व आस-पास में भी ईद मीलाद-उन-नबी मनाई गई। कोरोना महामारी के मद्देनजर इसे विशेष सतर्कता के साथ मनाया गया।
हर बार की तरह इस बार सिलीगुड़ी शहर में विशाल जुलूस ए मोहम्मदी नहीं निकाला गया। मुस्लिम बहुल इलाकों में लोगों ने निकटवर्ती मस्जिदों में छोटे स्तर पर ही आयोजन किया। यहां हाशमी चौक के निकट हिलकार्ट रोड स्थित सिलीगुड़ी जामा मस्जिद में अंजुमन खिदमत-ए-खल्क की ओर से विशेष रूप में प्रार्थना सभा आयोजित की गई। इसमें शहर व आसपास की विभिन्न मस्जिदों के इमाम और मुस्लिम धर्मगुरु उलेमा सम्मिलित हुए।
इस अवसर पर सिलीगुड़ी जामा मस्जिद के इमाम गुलाम अरशद बरकती व एनजेपी जामा मस्जिद के इमाम अब्दुल मन्नान जिलानी अशरफी सहरसावी आदि उलेमाओं ने हजरत मोहम्मद साहब के जीवन आदर्शों के विभिन्न पहलुओं को रेखांकित किया। सभी से मानवता के मसीहा हजरत मोहम्मद साहब के शांति व भाईचारगी भरे जीवन-यापन का अनुसरण करने की अपील की।इसके साथ ही मुल्क में अमन चैन व शांति और सद्भाव की दुआएं मांगी गईं। इस अवसर पर अंजुमन खिदमत-ए-खल्क के सचिव फीरोज अहमद खान व अन्य कई सम्मिलित रहे।