डंपिंग ग्राउंड के अभाव में सड़क किनारे फेंका जा रहा कचरा
डंपिंग ग्राउंड के अभाव में कचरा राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों किनारे ही फेंक दिया जाता है। फलस्वरूप सड़क पर चलने वाले राहगीरों व वाहन चालकों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
बानरहाट, संवाद सूत्र। बदहाल निकासी व्यवस्था व डंपिंग ग्राउंड की समस्या को लेकर बिन्नागुड़ी के लोगों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है। बिन्नागुड़ी ग्राम पंचायत के अंर्तगत अधिकांश इलाकों में कचरा फेंका जाता है, लेकिन नियमित सफाई के अभाव में जगह-जगह पर कचरे का अंबार लग जाता है।
डंपिंग ग्राउंड के अभाव में कचरा राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों किनारे ही फेंक दिया जाता है। फलस्वरूप सड़क पर चलने वाले राहगीरों व वाहन चालकों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। एक तरफ प्रदूषण फैल रही है तो दूसरी ओर कई बीमारियों का भी जन्म हो रहा है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि काफी दिनों से यही हालात बनी हुई है। बार-बार शिकायत करने के बावजूद डंपिंग ग्राउंड का निर्माण नहीं किया गया। पहले की तुलना में बिन्नागुड़ी की जनसंख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। नए-नए घर व कई स्कूलों का भी निर्माण हुआ है।
नौकरी व पढ़ाई के लिए बाहर से भी लोग बिन्नागुड़ी आ रहे हैं। लेकिन वर्तमान समय में लोगों के लिए कचरा फेंकना ही सबसे बड़ी मुसीबत बनी हुई है। इसके अलावा बाजार इलाकों से भी काफी कचरा जमा होता है, पर उचित स्थान पर नहीं फेंके जाने से गंदगी बढ़ रही है। कहीं-कहीं नाले में कचरा जमा होने से जल निकासी में भी समस्या हो रही है।
बिन्नागुड़ी ग्राम पंचायत के पूर्व प्रधान संजय उराव ने कहा कि डंपिंग ग्राउंड व जल निकासी की समस्या का हल निकालने को लेकर उचित कदम उठाया जा रहा है। लेकिन डंपिंग ग्राउंड बनाने के लिए सबसे बड़ी समस्या सरकारी जमीन है।
यहां की अधिकांश जमीन रेल विभाग या फिर चाय बागान की ही है। इसलिये डंपिंग ग्राउंड बनाने में बाधा आ रही है। इस बारे में बागान प्रबंधन व स्थानीय लोगों से चर्चा की जाएगी।