West Bengal : डीसी कॉम्बैट से दुर्व्यवहार में और 25 पुलिस कर्मियों का तबादला
पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में तैनात पुलिस कर्मियों ने किया था बवाल 9 जून को 13 पुलिस कर्मियों को किया गया था स्थानांतरण
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। पुलिस उपायुक्त (डीसी) कॉम्बैट फोर्स के साथ दुर्व्यवहार के मामले में कोलकाता पुलिस ट्रेनिंग स्कूल के 25 और पुलिस कर्मियों को स्थानांतरित कर दिया गया। इससे पहले कोलकाता पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में विरोध प्रदर्शन व डीसी से दुर्व्यवहार के मामले में 9 जून को 13 पुलिस कर्मियों को राज्य के पांच जिलों में तबादला कर दिया गया था। यह आदेश पुलिस उप महानिरीक्षक (प्रशासन) ने जारी किया था। इस तबादले को लेकर कॉम्बैट बटालियन के पुलिस कर्मी काफी क्षुब्ध हुए थे। बावजूद इसके राज्य प्रशासन ने गुरुवार को 25 और पुलिस कर्मियों के तबादले का आदेश जारी कर दिया।
सूत्रों के अनुसार ये सभी 25 पुलिसकर्मी कथित तौर पर उस दिन डीसी के साथ दुर्व्यवहार में शामिल थे। 19 मई को पीटीएस के सामने कॉम्बैट फोर्स, डीएमजी ग्रुप और अन्य बटालियनों के जवानों आक्रोशित होकर डीसी के खिलाफ कई आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन करने लगे थे। विरोध करने के लिए वे सड़कों पर उतर आए।
डीसी कॉम्बैट नवेंद्र सिंह पल को कथित रूप से प्रताड़ित किया गया जब उन्होंने स्थिति को नियंत्रण करने की कोशिश की तो मारपीट की गई। इस विरोध की आंच कोलकाता पुलिस मुख्यालय लालबाजार तक पहुंच गया।हालांकि, अगले दिन मुख्यमंत्री व गृहमंत्री ममता बनर्जी खुद पुलिस ट्रेनिंग स्कूल पहुंची थी। घटना के 21 दिन बाद पहले विरोध प्रदर्शन में शामिल 13 पुलिसकर्मियों का उत्तर बंगाल के कूचबिहार, दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार और कलिम्पोंग में स्थानांतरित कर दिया गया।
पुलिस उपायुक्त (डीसी) कॉम्बैट फोर्स के साथ दुर्व्यवहार के मामले में कोलकाता पुलिस ट्रेनिंग स्कूल के 25 और पुलिस कर्मियों को स्थानांतरित कर दिया गया। इससे पहले कोलकाता पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में विरोध प्रदर्शन व डीसी से दुर्व्यवहार के मामले में 9 जून को 13 पुलिस कर्मियों को राज्य के पांच जिलों में तबादला कर दिया गया था। यह आदेश पुलिस उप महानिरीक्षक (प्रशासन) ने जारी किया था। इस तबादले को लेकर कॉम्बैट बटालियन के पुलिस कर्मी काफी क्षुब्ध हुए थे। बावजूद इसके राज्य प्रशासन ने गुरुवार को 25 और पुलिस कर्मियों के तबादले का आदेश जारी कर दिया। इस बार 25 पुलिसकर्मियों को राज्य के अन्य जिलों में स्थानांतरित नहीं किया गया था। उन्हें कलकत्ता पुलिस के विभिन्न प्रभागों में भेजा गया है।