बंगाल के दिल में बसता है दार्जिलिंग
लोक सभा चुनाव में उत्तर बंगाल की सभी सीटों पर परचम लहराने के लिए कमर कस चुकीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दार्जिलिंग को बंगाल का दिल करार दिया। इसके विकास के लिए हर मुमकिन कदम उठाने की बात कहीं। केंद्र में तृणमूल के नेतृत्व में विपक्ष की सरकार बनाने का दावा किया। साथ ही कहा कि केंद्र में जाकर वह गोरखा समुदाय की भलाई के लिए काम करना चाहती हैं। ------------
- एनआरसी नहीं लागू करने दूंगी, केंद्र में जाकर गोरखाओं के लिए काम करूंगी : ममता
-----------------------
- केंद्र में तृणमूल के नेतृत्व में बनेगी विपक्ष की सरकार
- भाजपा सौ सीट पर सिमट जाएगी, बंगाल में तो खाता भी नहीं खुलेगा जागरण संवाददाता, कर्सियाग : लोक सभा चुनाव में उत्तर बंगाल की सभी सीटों पर परचम लहराने के लिए कमर कस चुकीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दार्जिलिंग को बंगाल का दिल करार दिया। इसके विकास के लिए हर मुमकिन कदम उठाने की बात कहीं। केंद्र में तृणमूल के नेतृत्व में विपक्ष की सरकार बनाने का दावा किया। साथ ही कहा कि केंद्र में जाकर वह गोरखा समुदाय की भलाई के लिए काम करना चाहती हैं। भाजपा उम्मीदवार राजू विष्ट को जसवंत सिंह व एसएस अहलूवालिया की तरह बाहरी करार दिया। कहा कि मणीपुर का व्यवसायी हिल्स से रुपये लूटकर वापल चला जाएगा। बंगाल में किसी कीमत पर एनआरसी नहीं लागू होने की बात कही। दावा किया कि एनआरसी से असम में हिन्दू, मुस्लिम, गोरखा, बिहारी व अन्य समुदाय के 42 लाख लोगों को बाहर किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं पहाड़ से अच्छा रिश्ता चाहती हूं। दार्जिलिंग को दिल से प्यार करती हूं। हिल्स के विकास के लिए हर संभव काम करने को तैयार हूं।
भाजपा पर प्रहार करते हुए कहा कि आम चुनाव में पूरे देश में सौ सीट भी नहीं ला पाएगी। बंगाल में तो खाता भी नहीं खुलेगा। नई दिल्ली में बंगाल के नेतृत्व में सरकार बनेगी।
कहा कि 2014 में गोरखा समुदाय के 11 उप जातियों को जनजाति दर्जा देने के लिए बंगाल कैबिनेट ने प्रस्ताव पारित कर केंद्र को भेजा था, लेकिन कथित गोरखा समर्थक भाजपा की सरकार ने आज तक कुछ नहीं किया। प्रधानमंत्री मोदी पर हमलावर ममता ने कहा कि मोदी सरकार में कोई काम नहीं हुआ। नोटबंदी व जीएसटी से करोड़ों युवा बेरोजगार हो गए। 12 हजार किसान आत्म हत्या को मजबूर हुए। सेना की शहादत पर राजनीति करने वाली मोदी सरकार ने सेना के संरक्षण के लिए भी कुछ नहीं किया।
दिल्ली जाने की इच्छा जताते हुए कहा कि वहा मैं देखूंगी कि दार्जिलिंग को कौन वंचित (डिप्राइव) है। हम मिलकर काम करें तो दार्जिलिंग के लिए बहुत कुछ हो सकता है। इस दौरान तृणमूल सरकार द्वारा दार्जिलिंग हिल्स के विकास के लिए किए गए कार्यो को विस्तार से बताया। गोजमुमो संस्थापक विमल गुरंग व रोशन गिरि को इतिहास बताते हुए कहा कि उनकी वजह से हिल्स में विकास नहीं हो सकी। उन्होंने तृणमूल के भूमिपूत्र अमर सिंह राई को विजयी बनाने की अपील की।
--------------------
..और गलती से ले ली विमल का नाम
संबोधन के दौरान ममता बनर्जी ने मंच पर मौजूद गोजमुमो नेता विनय तामांग के स्थान पर विमल बोल गईं तो सब अचंभित हो गए। इस दौरान सभा में आए लोगों ने उनकी गलती को सुधारा तो ममता ने भी भूल स्वीकार करते हुए विमल गुरुंग व रौशन गिरि पर निशाना साधा।