Darjeeling Toy Train: दार्जिलिंग-घूम के बीच शुरू होगी चार और ट्वाय ट्रेन की ज्वाय राइड सेवा
वर्तमान में चार ज्वाय राइड सेवाओं को वाष्प इंजन द्वारा जबकि अन्य आठ को डीजल इंजन द्वारा चलाया जाता है। चार अतिरिक्त ज्चाय राइड सेवा शुरू होने के बाद दार्जिलिंग एवं घूम के बीच ज्वाय राइड सेवाओं की संख्या 16 हो जाएगी।
सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। दुर्गा पूजा समेत अन्य त्योहारी सीजन के दौरान सिलीगुड़ी को केंद्रित कर दार्जिलिंग पार्वत्य क्षेत्र में इस बार काफी संख्या मेंं पर्यटकों के आने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अक्टूबर तक ट्वाय ट्रेन के सभी सेवाओं में टिकटें बुक हो चुकी हैं। त्योहारी तथा पर्यटन सीजन में इस क्षेत्र में आने वाले पर्यटक ट्वाय ट्रेन का लुत्फ उठाने से वंचित ना रह जाएं, इसे देखते हुए दार्जिलिंग-घूम-घूम दार्जिलिंग के बीच चलनेवाली ट्वाय ट्रेन की ज्वाय राइड सेवाओं का विस्तार किया गया है।
एक अक्टूबर से 31 दिसंबर तक चार स्पेशल ट्वाय ट्रेन
एनएफ रेलवे द्वारा मिली जानकारी के अनुसार एक अक्टूबर से 31 दिसंबर तक चार स्पेशल ट्वाय ट्रेन की अतिरिक्त ज्वाय राइड सेवा शुरू की जाएगी। बताया गया कि यह सभी सेवा डीजल लोकोमोटिव युक्त होंगी। वर्तमान में, डीएचआर में न्यू जलपाईगुड़ी और दार्जिलिंग के बीच एक दैनिक सेवा और दार्जिलिंग एवं घूम के बीच 12 ज्वाय राइड सेवाएं हैं। इनमें से चार ज्वाय राइड सेवाओं को वाष्प इंजन द्वारा जबकि अन्य आठ को डीजल इंजन द्वारा चलाया जाता है। चार अतिरिक्त ज्चाय राइड सेवा शुरू होने के बाद दार्जिलिंग एवं घूम के बीच ज्वाय राइड सेवाओं की संख्या 16 हो जाएगी।
अतिरिक्त फर्स्ट क्लास जाेड़े जाएंगे
इस बारे में डीएचआर के निदेशक एके मिश्रा ने बताया कि अधिक से अधिक यात्री ट्वाय ट्रेन का लुत्फ उठा सकें, इसके लिए चार अतिरिक्त ज्वाय राइड सेवा शुरू की जा रही है। इसके अलावा एनजेपी से दार्जिलिंग के बीच चलने वाली ट्वाय ट्रेन में कर्सियांग से दार्जिलिंग तथा दार्जिलिंग से कर्सियांग के बीच एक-एक अतिरिक्त फर्स्ट क्लास चेयरकार कोच जोड़े जाएंगे।
उन्होंने एक बार फिर से कहा कि ट्वाय ट्रेन की लोकप्रियता बढ़ाने तथा पर्यटकों को ट्वाय ट्रेन के प्रति आकर्षित करने के उद्देश्य से पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष बड़े स्तर पर घूम फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा। घूम फेस्टिवल 12 नवंबर से शुरू होकर चार दिसंबर को संपन्न होगा। इस फेस्टिबल के तहत कलाकारों द्वारा रंगा-रंग पारंपरिक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे।