Cyclone Bulbul: बंगाल की तरफ बढ़ रहा चक्रवात बुलबुल, पीएमओ हुआ सक्रिय
Cyclone Bulbul. मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात का केंद्र पारादीप से 680 किमी की दूरी पर स्थित है और सात किमी प्रति घंटा की रफ्तार से उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ रहा है।
जागरण संवाददाता, कोलकाता। बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवात 'बुलबुल' ओडिशा से पश्चिम बंगाल एवं बांग्लादेश की तरफ बढ़ रहा है। शुक्रवार को इसके भयानक रूप लेने की आशंका ने चिंता बढ़ा दी है। ओडिशा और बंगाल में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें भेजी जा रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिंता जताई है। उनके प्रमुख सचिव डॉ. पीके मिश्रा ने ओडिशा, पश्चिम बंगाल और केंद्र शासित प्रदेश अंडमान- नीकोबार द्वीप समूह के मुख्य सचिवों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक की, जिसमें प्राकृतिक आपदा से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की गई।
मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात का केंद्र पारादीप से 680 किमी की दूरी पर स्थित है और सात किमी प्रति घंटा की रफ्तार से उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ रहा है। मौसम विभाग के क्षेत्रीय निदेशक जीके दास ने कहा था कि चक्रवात शनिवार को और ताकतवर होकर 'बहुत गंभीर' श्रेणी में पहुंच जाएगा, जिससे समुद्र में स्थिति प्रतिकूल हो सकती है।' इसके मद्देनजर मछुआरों को गुरुवार शाम तक तट पर लौटने और अगले आदेश तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हुआ तो..
दास ने कहा, कि अगर यह बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होता है तो इसकी अधिकतम गति 115 से 125 किलोमीटर प्रति घंटे पहुंच जाएगी और तूफान के केंद्र में गति 140 किलोमीटर प्रति घंटे होगी।
बढ़ती जाएगी हवा की रफ्तार
मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि चक्रवाती प्रणाली की निगरानी की जा रही है और तट से टकराने के संभावित स्थान का आकलन किया जा रहा है। इस बीच मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों पूर्व मेदिनीपुर, उत्तर 24 परगना और दक्षिण 24 परगना जिले में नौ से 11 नवंबर तक भारी बारिश होने की संभावना जताई है। मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में शुक्रवार से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी और यह गति बढ़ती चली जाएगी।
लोग जुटा रहे जरूरी सामान
ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर समेत प्रदेश के तटीय जिलों में अचानक मौसम में आए बदलाव ने लोगों में भय पैदा कर दिया है। लोगों ने अपने घरों में जरूरत का सामान एकत्र करने शुरू कर दिए हैं। इसका असर बाजार में दिखने लगा है। एक सप्ताह पहले जहां प्याज की कीमत 35 से 40 रुपये प्रति किलो थी, वहीं अब प्याज की कीमत 60 से 65 रुपये प्रति किलो हो गई है। दूसरे जरूरी सामानों की कीमतों में तेजी से इजाफा हुआ है।