सिलीगुड़ी में डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर माकपा ने किया विरोध प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन
डेंगू के बढ़ते खतरे के बीच विपक्ष पूरी तरह से सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस द्वारा संचालित सिलीगुड़ी नगर निगम बोर्ड के खिलाफ मुखर हो उठा है। सोमवार को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी दो नंबर एरिया लोकल कमेटी की ओर प्रदर्शन किया गया तथा पूर्व चेयरमैन को ज्ञापन सौंपा गया।
सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। डेंगू के बढ़ते खतरे के बीच विपक्ष पूरी तरह से सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस द्वारा संचालित सिलीगुड़ी नगर निगम बोर्ड के खिलाफ मुखर हो उठा है। सोमवार को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी दो नंबर एरिया लोकल कमेटी की ओर से दो नंबर बोरो कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया गया तथा पूर्व चेयरमैन को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में कहा गया है कि डेंगू से निपटने में वर्तमान बोर्ड काफी लापरवाही बरत रही है। वर्तमान समय में सबसे ज्यादा जरूरी निगम क्षेत्र में साफ सफाई करने की है। साफ सफाई नहीं होने से ही डेंगू अपने पांव पसार रहा है । शहर के कई वार्ड इसकी चपेट में है। यहां तक कि अब तक तीन लोगों की जान भी इससे जा चुकी है।
वहीं दुर्गा पूजा से पहले खराब सड़कों की मरम्मत व निकासी नाला को दुरुस्त किए जाने की मांग की गई है । अभियान का नेतृत्व कर रहे पार्षद व माकपा नेता जय चक्रवर्ती ने कहा कि शहर में निकासी नाला कई जगहों पर दुरुस्त नहीं है। इसके कारण ही जलजमाव होता है। जलजमाव का मतलब है, डेंगू का पनपना। जहां जलजमाव होता है वही डेंगू के लारवा पनपते हैं। निगम फिलहाल जिस तरह से कदम उठा रहा है यदि शुरू से इस तरह की तत्परता दिखाई गई होती तो नतीजा कुछ और होता । उन्होंने कहा कि अभी कुछ नहीं बिगड़ा है । प्रत्येक वार्ड में साफ-सफाई व हाइड्रेन को दुरुस्त करने का कार्य किया जाना चाहिए । वहीं सामने दुर्गा पूजा है, लोग पूजा देखने के लिए सड़कों पर निकलेंगे इसलिए सड़कों की मरम्मत की भी जरूरत है ।
इससे पहले माकपा तीन नंबर एरिया लोकल कमेटी की ओर से भी तीन नंबर बोरो ऑफिस चेयरमैन को ज्ञापन दिया गया था। उसमें भी डेंगू को नियंत्रित करने को लेकर कार्रवाई करने की बात कही गई थी।
बताते चलें कि इससे पहले भारतीय जनता पार्टी की ओर से लगातार डेंगू समस्या के लिए नगर निगम बोर्ड को आरोपित किया जाता रहा है । वही नगर निगम बोर्ड की ओर से कहा जा रहा है कि डेंगू से निपटने के लिए निगम लगातार कार्य कर रहा है। विपक्ष के आरोप पूरी तरह से निराधार है।