माकपा नेता अशोक भट्टाचार्य की पत्नी का निधन, कोलकाता में ली अंतिम सांस
माकपा के वरिष्ठ नेता तथा पश्चिम बंगाल के पूर्व नगर विकास मंत्री अशोक भट्टाचार्य ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह न सिर्फ मेरी धर्मपत्नी थी बल्कि माकपा की वरिष्ठ सदस्य भी थी। एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी। माकपा के वरिष्ठ नेता तथा पश्चिम बंगाल के पूर्व नगर विकास मंत्री अशोक भट्टाचार्य की पत्नी रत्ना भट्टाचार्य का बुधवार की सुबह निधन हो गया। उनका निधन कोलकाता के एक निजी अस्पताल में हुआ है। वे लगभग 65 साल की थी, तथा पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रही थी। उनके निधन की खबर सुनते ही माकपा समेत आम लोगों में शोक की लहर दौड़ पड़ी। उनकी मौत की खबर राज्य के पूर्व मंत्री तथा सिलीगुड़ी नगर निगम के पूर्व मेयर अशोक भट्टाचार्य ने ही दी।
माकपा के वरिष्ठ नेता तथा पश्चिम बंगाल के पूर्व नगर विकास मंत्री अशोक भट्टाचार्य ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह न सिर्फ मेरी धर्मपत्नी थी, बल्कि माकपा की वरिष्ठ सदस्य भी थी। वह सभी को अपना समझती थी, यही कारण था कि वाह आम जनता की चहेती थी। उन्होंने अपने जीवन में कभी भी अपना परिचय एक मंत्री अथवा मेयर की पत्नी होनेे रूप में नहीं दिया। यह उनके जीवन की बड़ी खासियत थी। उनका संपर्क विभिन्न व्यक्तियों, समाजसेवियों तथा खेल जगत से जुड़े लोगों के बीच थी। रत्ना भट्टाचार्य के निधन पर माकपा, वाम मोर्चा, भारतीय जनता पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेश समेत अन्य दलों के नेताओं ने शोक प्रकट की है। माकपा दार्जिलिंग जिला सचिव जीवेश सरकार ने अपना शोक प्रकट करते हुए कहा कि रत्ना भट्टाचार्य का निधन पार्टी के लिए बड़ी क्षति है।
मिली जानकारी के अनुसार रत्ना भट्टाचार्य के कुछ दिन पहले अस्वस्थ होने के चलते उनका इलाज सिलीगुड़ी के निजी नर्सिंग होम में चल रहा था। यहां पर स्थिति में सुधार नहीं होने की वजह से बेहतर इलाज के लिए पिछले दिनों कोलकाता ले जाया गया था, जहां पर एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।