Move to Jagran APP

Coronavirus: कोरोना वायरस ने उड़ाई सिलीगुड़ी के 400 इम्पोर्टरों की नींद

Coronavirus. जब से कोरोना वायरस ने चीन में तबाही मचानी शुरू की है तब से ही चीन से सामान का आयात बंद है।

By Edited By: Published: Sat, 01 Feb 2020 07:59 PM (IST)Updated: Sun, 02 Feb 2020 11:53 AM (IST)
Coronavirus: कोरोना वायरस ने उड़ाई सिलीगुड़ी के 400 इम्पोर्टरों की नींद
Coronavirus: कोरोना वायरस ने उड़ाई सिलीगुड़ी के 400 इम्पोर्टरों की नींद

सिलीगुड़ी, विपिन राय। Coronavirus. चीन में जिस तरह से कोरोना वायरस ने गदर मचाया है, इससे पूरी दुनिया की चिंता बढ़ गई है। विभिन्न देशों की सरकारें वहा से अपने नागरिकों को निकालने में लगी हुई है। भारत सरकार ने भी अपने नागरिकों को वहां से निकाला है। देश में भी कोरोना वायरस को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। केरल में एक मरीज में कोरोना वायरस मिलने के बाद देश में सतर्कता और बढ़ गई है। खासकर चीन से जो लोग आ रहे हैं, उनकी कड़ी निगरानी की जा रही है। कोरोना वायरस के कारण चीन में अब तक 250 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। सूत्रों के अनुसार, देश से चीन के लिए अभी विमान सेवाएं बंद कर दी गई हैं।

loksabha election banner

बहरहाल, कोरोना वायरस का साइड इफेक्ट सिलीगुड़ी शहर में भी देखने को मिल रहा है। चीन का सीधा कनेक्शन सिलीगुड़ी से है। एक तरह से कहें तो सिलीगुड़ी चीनी उत्पादों का गढ़ रहा है। बड़े पैमाने पर चीनी माल सिलीगुड़ी में मंगाए जाते हैं। चीनी उत्पादों की बिक्री ना केवल सिलीगुड़ी और पूरे उत्तर बंगाल में होती है,बल्कि देश के अन्य बाजारों में भी चीनी उत्पाद यहीं से भेजने का काम होता है। जब से कोरोना वायरस ने चीन में तबाही मचानी शुरू की है तब से ही चीन से सामान का आयात बंद है।

जानकारी के अनुसार, सिलीगुड़ी में करीब 400 इम्पोर्टर हैं,जो सीधे चीन से विभिन्न सामानों का निर्यात करते हैं। यह सभी लोग डरे हुए हैं। कोरोना वायरस ने इनकी नींद उड़ा दी है। राहत की बात यह है कि अभी सिलीगुड़ी का कोई भी व्यक्ति चीन में नहीं है। ऐसी स्थिति कब तक बनी रहेगी, यह सोच कर ही यहा के इम्र्पोटर परेशान हैं। कोरोना वायरस का आलम यह है कि सिलीगुड़ी में जहा जहा चीनी सामान मिलते हैं,वहा वीरानी छाई हुई है। लोग चीनी सामान खरीदने तक से डर रहे हैं। गोल्डन प्लाजा,हांगकांग मार्केट सहित चीनी उत्पादों की बिक्री वाले अन्य बाजारों में लोगों का आना-जाना कम हो गया है। सिलीगुड़ी के अधिकाश इंपोर्टर हर 10 से 15 दिन में चीन जाते हैं। जूते, कपड़े, बैग ,क्रॉकरी आइटम, इलेक्ट्रोनिक्स उपकरण,खिलौने,फर्नीचर आदि का बड़े पैमाने पर आयात होता है।

चीन से चाय का भी आयात होता है। अब यह काम बंद है। स्वभाविक रूप से इसके कारण निर्यात कारोबार प्रभावित हुआ है। अबतक सैकड़ों करोड़ रूपये का नुकसान हो चुका है। सीआईआई की पूर्व चेयरमैन तथा प्रमुख इंपोर्टर राजीव लोचन के अनुसार पिछले कुछ ही दिनों के दौरान सिलीगुड़ी में चीन से निर्यात कारोबार को सौ करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। आने वाले दिनों में यह आंकड़ा और भी अधिक बढ़ने की संभावना है। राजीव जैन ने कहा कि वह मार्च महीने में चीन के एक अंतराष्ट्रीय बैठक में हिस्सा लेने वाले थे। उन्होंने अपना दौरा रद्द कर दिया है। हो सकता है वह बैठक भी रद हो जाए। इसी तरह से सिलीगुड़ी के और भी कई लोग हैं जिन्होंने अपना आगामी चीन दौरा रद्द कर दिया है।

सिलीगुड़ी के एक अन्य इम्पोर्टर संजय कुमार मित्तल का कहना है कि अभी सिलीगुड़ी का कोई भी कारोबारी चीन में नहीं है। यही सबसे बड़ी राहत है। ऐसे भी फरवरी महीने में चीन में छुट्टी होती है। वहा बाजार अभी बंद है। फरवरी तक तो कोई चिंता नहीं है। उसके बाद का टेंशन जरूर है। यदि कोरोना वायरस का आतंक ऐसे ही जारी रहा तो फरवरी के बाद सिलीगुड़ी के इम्पोर्टर क्या करेंगे। एक प्रश्न के जवाब में संजय कुमार मित्तल ने कहा कि ऐसा कोई सामान ही नहीं है जो चीन से यहा नहीं मंगा रहे हों। इधर, हमारे खोरीबाड़ी संवाददाता के अनुसार कोरोना वायरस को लेकर भारत-नेपाल सीमा पर सतर्कता और बढ़ा दी गई है। पानीटंकी में नेपाल से आने वाले हर नागरिकों पर नजर रखी जा रही है। खासकर उनपर विशेष ध्यान है जो चीन से नेपाल आए हों और भारतीय सीमा में प्रवेश की कोशिश कर रहे हों। एसएसबी को सतर्क कर दिया गया है। इसके अलावा सीमावर्ती इलाकों में जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है।

प्रखंड कार्यालय, स्वास्थ्य विभाग, खोरीबाड़ी थाना पुलिस, एसएसबी व अन्य विभागों की ओर से संयुक्त रूप से नेपाल सीमा से सटे डांगुजोत प्राइमरी स्कूल के मैदान में शनिवार को जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें खोरीबाड़ी के बीडीओ योगेश चन्द्र मंडल ने लोगों को कहा कि नेपाल सीमा से सटा इलाका होने के कारण डांगुजोत के लोगों को कोरोना वायरस के संबंध में जानना जरुरी है। क्योंकि आज विश्व के लिए कोरोना वायरस सबसे बड़ा खतरा बन चुका है। चीन से फैले इस संक्त्रमण ने अब दूसरे देशों के लोगों को भी अपनी चपेट में लेना शुरु कर दिया है। उन्होंने कहा यदि आपको संदेह है कि आप कोरोना वायरस के संक्रमण में आ चुके हैं तो तुरंत खोरीबाड़ी अस्पताल से संपर्क करें। कोरोना वायरस के लक्षण देखे जाने पर आपको मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया जायेगा।

खासकर कोरोना वायरस के लिए उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में 6 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की गई है। इस मौके पर पंचायत समिति के अध्यक्ष बादल चन्द्र सरकार,सीएमओएच डॉ टी प्रामाणिक, खोरीबाड़ी हॉस्पिटल के बीएमओसीएच डॉ पी मिंज,पंचायत प्रधान अंजु व्यपारी , पंचायत सदस्य रामाशीष महतो आदि उपस्थित थे। चीन से कैसे पहुंचता है सिलीगुड़ी माल चीन से किसी भी वस्तु को पहले जहाज से कोलकाता पोर्ट मंगाया जाता है। उसके बाद कंटेनर से सिलीगुड़ी लाया जाता है। यहां अधिकांश माल गोल्डन प्लाजा मार्केट में उतारा जाता है। पहले चीन से माल नेपाल के पशुपति और धुलाबाड़ी होते हुए सिलीगुड़ी मंगाने का काम होता है। चीन के किस शहर में जाते हैं सिलीगुड़ी के इंपोर्टर सिलीगुड़ी के इंपोर्टर चीन की राजधानी बीजिंग कम ही जाते हैं।

इंपोर्ट का मुख्य काम संघाई, चांगुचुंग, वुहान, इवु, ग्वांगजो, सोमन आदि शहरों से होता है। सिलीगुड़ी के इंपोर्टर इन्हीें शहरों में ज्यादा जाते हैं। बागडोगरा एयरपोर्ट पर स्कैनिंग शुरू बागडोगरा एयरपोर्ट पर शनिवार से विदेशी यात्रियों की स्कैनिंग शुरू कर दी गई। उनके स्वास्थ्य की जांच की जा रही है। एयरपोर्ट डायरेक्टर सुब्रमनी पी ने बताया कि केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर यह व्यवस्था की गई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.