कुछ दिन और बढेंगे कोरोना के मामले : डॉ अभिजीत चौधरी
- अनलॉक के बाद कोरोना ने लिया विकराल रूप -आमलोगों में जागरूकता की कमी से भी बढ़ी समस्
- अनलॉक के बाद कोरोना ने लिया विकराल रूप
-आमलोगों में जागरूकता की कमी से भी बढ़ी समस्या
-मदद के लिए कोरोना केयर नेटवर्क का हुआ गठन
-शीघ्र जारी होगा एक विशेष हेल्प लाइन नंबर
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी समेत पूरे राज्य में जिस तरह से कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं, उस पर स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चिंता व्यक्त की हैं। बुधवार को राज्य सरकार स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञ डॉ अभिजीत चौधरी ने कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बारे में कहा कि इसके कई कारण हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बाद जबसे अनलॉक शुरू हुआ है, तभी से कोरोना वायरस के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। मामले बढ़ने का दौर कुछ दिन और चलेगा। उन्होंने कहा लोग कोरोना से बचाव मानकों का पालन नहीं कर रहे हैं। लोग ठीक से मास्क का भी उपयोग नहीं कर रहे हैं। जबकि शारीरिक दूरी बनाकर रहना तथा मास्क के उपयोग करने से ही इस बीमारी से कुछ बचाव हो सकता है। उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी हो अथवा कहीं और जहां भी कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़े हैं, इनमें यह दोनों कारण यानि शारीरिक दूरी बनाकर नहीं रहना तथा मास्क का उपयोग नहीं करना शामिल है। आम जनता को शारीरिक दूरी बनाकर रहना तथा मास्क का उपयोग करने के प्रति जागरूक होना होगा। अगर कोई व्यक्ति इसका उपयोग नहीं कर रहा है तो सामने के व्यक्ति को इस बारे में उसे एहसास दिलाना होगा।
डॉ चौधरी ने कहा कि सिलीगुड़ी में भी एक कोरोना केयर नेटवर्क का गठन हुआ है। इसके लिए एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाएगा। इस नेटवर्क के गठित करने का उद्देश्य आम जनता के साथ खड़ा रहना है, ताकि वे कोरोना संबंधित किसी भी बात को लेकर आतंकित ना हों। अगर किसी को कोरोना वायरस से संबंधित कोई जानकारी लेना है तो वह हेल्प लाइन नंबर पर संपर्क कर सकता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह राज्य सरकार द्वारा गठित नहीं है। बल्कि स्वयंसेवी संगठन है, जिसका राज्य सरकार के साथ समझौता है। उन्होंने कहा कि इस नेटवर्क में एनबीएमसीएच के डॉ कल्याण खान व डॉ अनिर्वाण राय समेत अन्य डॉक्टर, नर्स व स्वास्थ्यकर्मी को शामिल किया गया है। इसके अलावा कोरोना विजेताओं को भी शामिल किया गया है।
किसी को बुखार या कोई दूसरी शारीरिक समस्या है तो भी वह डर से कोरोना वायरस की जांच नहीं करा रहा है। लोगों के बीच इस डर को खत्म करने तथा उन्हें मानसिक सहयोग देने का कार्य कोरोना केयर नेटवर्क का होगा।