Coronavirus Effect: सिलीगुड़ी में कोरोना का कहर हो रहा कम, मौत के मामलों में भी आई कमी
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना के कम हो रहे मामले को देखते हुए लापरवाह होने की जरूरत नहीं है। ठंड का प्रकोप धीरे-धीरे बढने लगा है। यदि अभी भी लोग नहीं सतर्क हुए तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। कोरोनावायरस का प्रकोप पूरे देश की तरह सिलीगुड़ी युवा आसपास के क्षेत्रों में भी कम होता जा रहा है इससे अब स्वास्थ्य को भी राहत मिल रही है। सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र में पिछले 15 दिनों के आंकड़ों के मुताबिक 580 मामले सामने आए थे जो पिछले 3 महीनों के दौरान पहले 15 दिनों की अपेक्षा कम है। इसी तरह से मौत के मामलों में भी लगातार कमी देखी जा रही है। पिछले तीन महीनों के अंतराल में मौत के मामलों में भी दिसंबर महीने के प्रथम 15 दिन राहत भरी रहा है।
इस महीने 15 दिनों के अंदर सिलीगुड़ी के दोनों कोविड-19 अस्पतालों तथा उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल एवं नर्सिंग होम लाकर कोरोनावायरस संक्रमित 27 मरीजों की मौत हुई है। पहली बार सिलीगुड़ी के इन अस्पतालों में लगातार दो दिनों से कोरोनावायरस में गए मरीजों की मौत होने के मामले नहीं आने से स्वास्थ्य विभाग के साथ मरीजों व उनके परिजनों के लिए काफी राहत भरा है।
बीते बुधवार को सिलीगुड़ी व आस-पास के क्षेत्रों में कोरोना वायरस के 45 मामले सामने आए। पिछले पांच दिनों के अंदर सिलीगुड़ी व आस-पास के क्षेत्रों में कोरोना वायरस के आंकड़ों के अनुसार पिछले सप्ताह शनिवार को सिलीगुड़ी व आस-पास के क्षेत्रों में कोरोना वायरस के 84 नए मामले सामने आए, तो रविवार को 24 मामले सामने आए। वहीं सोमवार को सिलीगुड़ी व आस-पास के क्षेत्रों कोरोना वायरस के 43 मामले सामने आए, तो इसके दूसरे दिन मंगलवार को कोरोना वायरस के 47 मामले सामने आए।
उल्लेखनीय है कि इस महीने के प्रथम दिन से ही कोरोना वायरस के मामलों में उतार-चढ़ाव का दौर देखने को मिल रहा है। मिली जानकारी के अनुसार सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र में पिछले महीने नवंबर के प्रथम सप्ताह में जहा 500 के लगभग कोरोनावायरस के मामले सामने आए वही दिसंबर महीने के प्रथम दो सप्ताह में कोरोना वायरस के पांच सौ से कुछ ज्यादा मामले सामने आए हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना के कम हो रहे मामले को देखते हुए लापरवाह होने की जरूरत नहीं है। ठंड का प्रकोप धीरे-धीरे बढने लगा है। यदि अभी भी लोग नहीं सतर्क हुए तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।