कोरोना के बढ़ते मामले ने बढ़ाई चिंता, दो टास्क फोर्स गठित
-एक के जिम्मे शहरी व दूसरे के जिम्मे ग्रामीण क्षेत्र -डॉ चैंग नर्सिग होम में बढ़ाए जाएंगे 20 ब
-एक के जिम्मे शहरी व दूसरे के जिम्मे ग्रामीण क्षेत्र
-डॉ चैंग नर्सिग होम में बढ़ाए जाएंगे 20 बेड
-कावाखाली अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाने की तैयारी
तैयारी
-जीटीए क्षेत्र में खुलेगा अलग कोविड-19 अस्पताल
-कूचबिहार व अलीपुरद्वार जिला में भी अलग-अलग कोविड अस्पताल जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी सहित पूरे उत्तर बंगाल में कोरोना के बढ़ते मामले ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। उसके बाद सिलीगुड़ी में कोविड-19 के प्रबंधन हेतु दो टास्क फोर्स का गठन किया गया है। इसमें प्रशासनिक अधिकारी व जनप्रतिनिधि शामिल हैं। एक टास्क फोर्स सिलीगुड़ी महकमा परिषद अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों का प्रबंधन देखेगा तो दूसरा टास्क फोर्स सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत शहरी क्षेत्रों का प्रबंधन देखेगा। सोमवार को मसंवाददाताओं को संबोधित करते हुए मंत्री गौतम देव ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि चैंग नìसग होम स्थित कोविड-19 अस्पताल में और 20 बेड बढ़ाया जाएगा। वहीं डीसन नìसग होम स्थित सीवियर एक्यूट रेस्पीरेटरी इंफेक्शन (सारी) अस्पताल को भी कोविड-19 स्पेशल हॉस्पिटल बनाने पर विचार किया जा रहा है। इसके अलावा नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एनबीएमसीएच) व सिलीगुड़ी जिला अस्पताल में भी अलग से आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था किए जाने पर विचार किया जा रहा है। वहीं, गोरखालैंड टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन (जीटीए) क्षेत्र में भी अलग कोविड अस्पताल जल्द ही शुरू हो जाएगा। कूचबिहार व अलीपुरद्वार में भी अलग से कोविड-19 अस्पताल बनाए जाने की कवायद की जा रही है। कूचबिहार में अगले तीन-चार दिन में शुरू हो जाने की संभावना है। अलीपुरद्वार में जल्द ही शुरू किया जाएगा। इसे लेकर जिला प्रशासन से बात हो चुकी है। जलपाईगुड़ी में सारी जाच की मशीन हेतु कुछ आíथक राशि की माग की गई थी। उसके लिए मंत्री गौतम देव ने अपने विधायक कोष से 5,00,000 रुपये प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि स्क्रीनिंग, टेस्ट व ट्रीटमेंट में कहीं कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है।
कोविड-19 के हालात के संदर्भ मंत्री ने कहा कि आगामी 10 दिनों में हालात बेहतर हो जाने की संभावना है। मंत्री ने यह भी कहा कि, दाíजलिंग जिला के डीएम यहा विभिन्न प्राइवेट नìसग होम प्रबंधन से बातचीत करेंगे और वहा भी अलग से आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था किए जाने पर विचार किया जाएगा। जो लोग इलाज का खर्च वहन कर सकते हैं वे क्यों वंचित रहें? उन्हें अगर प्राइवेट नìसग होम में इलाज मिल जाए तो और बेहतर रहेगा। कई लोगों का हेल्थ इंश्योरेंस भी है जो कि वहा काम आ जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि यहा सिलीगुड़ी के निकट इला पाल चौधरी मेमोरियल ट्राईबल हिंदी हाई स्कूल में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाने का जो विरोध चल रहा था वह विरोध अब नहीं रह गया है। वहा के लोगों से बातचीत कर ली गई है। वहा स्कूल पूरी तरह आबादी से हटकर एकदम एकात जगह में है। इसलिए वहा क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाने पर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही हर एक ग्राम पंचायत में क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्था होगी। उन्होंने लोगों से आतंकित न होने और जनजीवन में पूरी स्वास्थ्य सुरक्षा का ख्याल रखने की अपील की है।