फोन करें और मुफ्त में गीता मंगवाएं, 50 हजार लोगों को मुफ्त में श्रीमद् भागवत गीता भेज चुके हैं
गीता पढ़ने से उनके नीरस जीवन पर गहरा असर पड़ा। इसके बाद से तो रामजी ने लोगों को मुफ्त में गीता पढ़ाने का उद्देश्य बना लिया।
सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। किसी के भी जीवन में मां का क्या महत्व होता है यह उसकी संतान ही समझ सकती है। तभी तो कहा गया है कि वे हैं किस्मत वाले जिनके मां होती है। दिल्ली के रहने वाले रामजी की मां का वर्षो पूर्व निधन हो गया था। मां के न रहने से वे बिलकुल अलग-थलग से पड़ गए। इस दौरान उनका मन काफी व्यथित हुआ। अंतत: जीवन के रहस्यों को समझने के लिए रामजी ने तीन बार श्रीमद् भागवत गीता पढ़ी।
गीता पढ़ने से उनके नीरस जीवन पर गहरा असर पड़ा। यह गीता का ही असर था कि रामजी का नीरस जीवन सरस हो गया। इसके बाद से तो रामजी ने लोगों को मुफ्त में गीता पढ़ाने का उद्देश्य बना लिया। अब वह लोगों को बस एक फोन काल , एसएमएस या ई मेल पर मुफ्त में गीता लोगों के घरों में पहुंचा रहे हैं।
देश की राजधानी दिल्ली के विवेक विहार निवासी नंद किशोर ,रामजी के नाम से जाने जाते हैं। यमुना पार में उनकी एक फोटो कापी की दुकान है। इसी की आय से वह अपना जीविकोपार्जन करते हैं। काम काज से कभी समय मिला तो वह धर्म ग्रंथों का अध्ययन करते हैं।
रामजी के मुताबिक भगवान की प्रेरणा से उन्हें श्रीमद् भगवत गीता पढ़ने का अवसर मिला। गीता का अध्ययन करने से उन्हें जीवन का उद्देश्य समझ में आया। धार्मिक स्वभाव के रामजी अब दूसरों को भी मुफ्त में गीता भेज कर उसे पढ़ने व जीवन का उद्देश्य समझने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। वर्ष 2008 से उन्होंने लोगों को नि:शुल्क गीता भेजने का सिलसिला शुरू किया। इन दस सालों में रामजी अब तक 50 हजार लोगों को मुफ्त में श्रीमद् भागवत गीता भेज चुके हैं।
श्रीमद भागवत गीता मंगवाने के लिए इन नंबरों 9873052666, 9873557727 पर करें काल या एसएमएस 1ई-मेल : 1ेंA्र1ेंA्र9998ंँ.ङ्घ.्रल्ल