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West bengal: बीएसएफ ने मां-बेटी को मानव तस्करों के चंगुल से बचाया, तस्कर गिरफ्तार

BSF भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास से एक बांग्लादेशी महिला व उसकी बेटी को मानव तस्करों के चंगुल से बचा कर बीएसएफ ने महिला तस्कर को गिरफ्तार कर लिया है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sun, 12 Jul 2020 08:59 PM (IST)Updated: Sun, 12 Jul 2020 09:22 PM (IST)
West bengal: बीएसएफ ने मां-बेटी को मानव तस्करों के चंगुल से बचाया, तस्कर गिरफ्तार
West bengal: बीएसएफ ने मां-बेटी को मानव तस्करों के चंगुल से बचाया, तस्कर गिरफ्तार

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। BSF: सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास से एक बांग्लादेशी महिला व उसकी बच्ची को मानव तस्करों के चंगुल से बचाया है जो करीब 6 माह पहले भारत में कथित रूप से तस्करी के जरिए लाई गई थी। इस सिलसिले में मानव तस्करी में शामिल एक महिला दलाल (तस्कर) को भी गिरफ्तार किया है। अधिकारियों के अनुसार, बीएसएफ इंटेलिजेंस ब्रांच की सूचना पर बांग्लादेशी महिला व उसकी 2 साल की बच्ची को शनिवार दोपहर में 153वीं बटालियन के जवानों ने उस वक्त रोका, जब वह दलाल की मदद से उत्तर 24 परगना के गोजाडांगा सीमा चौकी इलाके से होकर पड़ोसी देश में जाने की अवैध कोशिश कर रही थी।

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मौके से पकड़ी गई महिला दलाल का नाम राईदा बीवी (43) है। वह उत्तर 24 परगना जिले के बसीरहाट थाना अंतर्गत कालीबाड़ी, इटिंडा गांव की रहने वाली है। वहीं, दलाल के साथ पकड़ी गई 20 वर्षीय महिला व उसकी बच्ची बांग्लादेश के ग्राम-पटकलीघाट, चुरालिया सतखीरा की रहने वाली है। बीएसएफ अधिकारियों के अनुसार, पकड़ी गई भारतीय महिला तस्कर (दलाल ) व बांग्लादेशी महिला से पूछताछ से पता चलता है कि यह मामला कथित तौर पर वेश्यावृत्ति का है। क्योंकि अक्सर ऐसा होता है।

पूछताछ में बांग्लादेशी महिला ने बीएसएफ को बताया कि वह 6 महीना पहले भारत में पीपली गांव, उत्तर 24 परगना जिले के इलाके से अनजान दलाल (नाम याद नहीं) के माध्यम से प्रवेश किया था। जिसके लिए दलाल ने उससे 13,000 बांग्लादेशी टका लिया था। उसके बाद वह गोबरदंगा, उत्तर 24 परगना में अपने रिश्तेदार जिसका नाम पवन दास है, उसके यहां रुकी हुई थी। पवन दास पेशे से शिल्पकार है और 2014 से ही भारत में रहता है। करीब 6 माह बाद जब महिला वापस अपने देश बांग्लादेश जाने के लिए तैयार थी तो उसके पति ने एक भारतीय दलाल जिसका नाम निरंजन सरकार (49), गांव- कालापोरा, पंचायत-गच्छा अखारपुर, बसीरहाट को सीमा पार कराने के लिए 18000 दिए। वहीं, महिला दलाल राईदा बीवी ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उसे निरंजन सरकार ने इन बांग्लादेशी महिला व उसके बच्चे को सीमा पार कराने के लिए 1000 रुपये दिए थे। बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए महिला दलाल व बांग्लादेशी महिला को बसीरहाट पुलिस स्टेशन में सौंप दिया है।


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