सूबे में अंधेर नगरी चौपट राजा वाली स्थिति: भाजपा
-तीनों विधायकों ने की एसडीओ से मुलाकात -महकमा में कोरोना वैक्सीनेशन की मांगी जानकार
-तीनों विधायकों ने की एसडीओ से मुलाकात
-महकमा में कोरोना वैक्सीनेशन की मांगी जानकारी जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: कोविड-19 महामारी काल में सभी लोगों को इससे बचाने के लिए युद्ध स्तर पर वैक्सीनेशन और उचित इलाज की व्यवस्था होनी चाहिए। लेकिन वर्तमान मा माटी मानुष की सरकार केंद्र और विपक्ष के जन प्रतिनिधियों को कैसे दूर रखा जाए यह काम कर रही है। इसलिए ऐसा लगता है सूबे में अंधेर नगरी चौपट राजा वाली स्थिति है। कुछ इसी अंदाज में भारतीय जनता पार्टी के सिलीगुड़ी के विधायक शकर घोष, माटीगाड़ा- नक्सलबाड़ी विधायक आनंदमय बर्मन और डाबग्राम -फूलबाड़ी की विधायक शिखा चटर्जी ने राज्य सरकार पर हमला बोला। तीनों विधायकों ने गुरुवार को सिलीगुड़ी की एसडीओ प्रियदर्शनी एस से मुलाकात की और उनको एक ज्ञापन दिया। इसमें सिलीगुड़ी में कोरोना वैक्सीन से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराने की माग की। एसडीओ से मिलने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए भाजपा विधायकों ने कहा कि
हम ऐसे लोकतंत्र में रहते हैं जहा जीतने वाले विधायकों को किसी बैठक में आमंत्रित नहीं किया जाता है। हद तो यह है कि जो विधानसभा चुनाव हार गई हैं,वे शासन चला रही हैं। विधायकों ने कहा कि नगर निगम के 47 वार्डो से कोरोना वैक्सीन को लेकर उनके पास शिकायतें आ रही हैं। जनप्रतिनिधि होने के कारण लोगों को सही जवाब नहीं दे पा रहे। यही कारण है कि मजबूर होकर इस संबंध में एसडीओ से विस्तार से बात करने आए। कहा कि वैक्सीनेशन को लेकर एसडीओ ने उनके पास उपलब्ध जानकारी साझा की। गलत आरोप लगाती हैं सीएम
राज्य सरकार द्वारा केंद्र पर दोषारोपण करने का जवाब देते हुए कहा कि राज्य सरकार क्लब और त्योहारों पर करोड़ों करोड़ों रुपए खर्च करती है। ऐसे में वह लोगों को जिंदगी बचाने के लिए क्यों नहीं वैक्सीनेशन के लिए पैसा खर्च करना चाहती। क्यों मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बार-बार केंद्र सरकार पर वैक्सीन नहीं देने का झूठा आरोप लगाती हैं। राज्य को लगता है कि वह लोगों को निशुल्क वैक्सीन दे पाएगी व केंद्र से लिखित रूप में इस बात की जानकारी दें। या फिर जनता के बीच मुख्यमंत्री कहें कि वह वैक्सीन नहीं दे पाएंगी उसके बाद भारतीय जनता पार्टी केंद्र सरकार से बात कर सारी व्यवस्था करवाएगी। भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में भी यहा राजनीति की जा रही है।