'बहुमत तृणमूल का लेकिन प्रधान भाजपा का!'
-खोरीबाड़ी प्रखंड के बिन्नाबाड़ी ग्राम पंचायत में अजब-गजब मामला -कुल 13 में भाजपा को मात्र
-खोरीबाड़ी प्रखंड के बिन्नाबाड़ी ग्राम पंचायत में अजब-गजब मामला
-कुल 13 में भाजपा को मात्र चार सीटें जबकि तृणमूल कांग्रेस की नौ सीटें जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : महकमा के खोरीबाड़ी प्रखंड अंतर्गत बिन्नाबाड़ी ग्राम पंचायत में अजब-गजब मामला पेश आया है। यहां बहुमत के बावजूद तृणमूल कांग्रेस का कोई निर्वाचित पंचायत सदस्यस प्रधान नहीं बन पाया जबकि अल्पमत के बावजूद भाजपा के एक निर्वाचित सदस्य को प्रधान की कुर्सी मिली है। यह सिलीगुड़ी महकमा परिषद के इतिहास में एक विरल मामला है। इस ग्राम पंचायत की कुल 13 सीटें हैं। उनमें नौ सीटों पर तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार बतौर पंचायत सदस्य विजयी हुए हैं। इस एकतरफा बहुमत के बावजूद तृणमूल कांग्रेस का कोई पंचायत सदस्य इस ग्राम पंचायत का प्रधान नहीं बन पाया। जबकि, मात्र चार सीटों के अल्पमत के बावजूद भाजपा के एक पंचायत सदस्य अलाक्सू लकड़ा पंचायत प्रधान बनाए गए हैं। तृणमूल कांग्रेस को उप प्रधान की कुर्सी से ही संतोष करना पड़ा है। प्रमोद प्रसाद उप प्रधान बनाए गए हैं।
ऐसा इसलिए हुआ है कि, इस ग्राम पंचायत में इस बार प्रधान पद अनुसूचित जनजाति के लिए ही आरक्षित है। और, बहुमत के तहत तृणमूल कांग्रेस के निर्वाचित नौ पंचायत सदस्यों में से एक भी अनुसूचित जनजाति से नहीं है। जबकि, भाजपा के विजयी चार पंचायत सदस्यों में से दो अनुसूचित जनजाति के हैं। सो, पंचायत प्रधान पद आरक्षित रहने के मद्देनजर ही ऐसा हुआ है। इस दिन यानी बुधवार को निर्वाचन इकाई द्वारा बुलाई बैठक में उपरोक्त रूप में ग्राम पंचायत बोर्ड गठित हुआ। वरना, इससे पहले बीती 25 जुलाई को भी इसके लिए बैठक हुई थी लेकिन उस बैठक में केवल भाजपा के ही पंचायत सदस्य आए थे और तृणमूल कांग्रेस के पंचायत सदस्य नहीं आए थे। इसलिए उस दिन बोर्ड गठन नहीं हो पाया।
क्या कहते हैं नव निर्वाचित प्रधान
इस बिन्नाबाड़ी ग्राम पंचायत के नवनिर्वाचित प्रधान अलाक्सू लकड़ा ने कहा है कि, आम जनता की सेवा करना ही उनका ध्येय होगा। इस बारे में खोरीबाड़ी प्रखंड तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष मुकुल सरकार ने कहा कि, उप प्रधान, विपक्ष के नेता व संचालक सभी हमारी पार्टी से ही हैं। सो, चिंता की कोई बात नहीं है। इधर, सिलीगुड़ी महकमा परिषद के इतिहास में पहली बार किसी भाजपाई के ग्राम पंचायत प्रधान बनने को लेकर भाजपा समर्थकों में खुशी की लहर है।
उनके दल के दोनों अनुसूचित जनजाति के पंचायत सदस्यों को डरा धमका कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल कराने की कोशिश की गई, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। हम लोग भ्रष्टाचार मुक्त रूप में ग्राम पंचायत चलाएंगे।
-आनंदमय बर्मन,भाजपा विधायक