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शपथ दिवस मनाने को लेकर विनय-विमल गुट का आरोप-प्रत्यारोप

- दोनों गुटों के नेताओं ने एक विज्ञप्ति जारी कर साधा निशाना संवाद सूत्र, दार्जिलिंग: श

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Oct 2018 06:10 PM (IST)Updated: Wed, 24 Oct 2018 06:10 PM (IST)
शपथ दिवस मनाने को लेकर विनय-विमल गुट का आरोप-प्रत्यारोप
शपथ दिवस मनाने को लेकर विनय-विमल गुट का आरोप-प्रत्यारोप

- दोनों गुटों के नेताओं ने एक विज्ञप्ति जारी कर साधा निशाना

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संवाद सूत्र, दार्जिलिंग: शहीद वरुण भूजेल को लेकर अब विमल व विनय गुट आमने-सामने आ गए हैं। दोनों गुटों की तरफ से एक विज्ञप्ति जारी करके जमकर आरोप-प्रत्यारोप किए जा रहे हैं। दो दिन पहले विमल गुरुंग ने एक विज्ञप्ति जारी करके शहीद वरुण भूजेल के एक साल पूरे होने पर शपथ दिवस बनाने की बात कही थी। इसके बाद ही विनय गुट ने हमला करते हुए था कि शपथ दिवस नहीं बल्कि उन्हें पश्चाताप दिवस मनाना चाहिए। विमल गुरुंग के दिशाहीन आंदोलन के चलते ही कई परिवार के लोग शहीद हुए थे। कुछ लोगों को जेल जाना पड़ा। लेकिन विमल गुरुंग व रोशन गिरी पहाड़ से भाग गए। दोनों ने पहाड़ के जनता के साथ खिलवाड़ किया। अब फिर एक बार शहीद के नाम पर पहाड़ में राजनीति व अशांति फैलाने की साजिश की जा रही है।

विमल गुरुंग भाजपा के मोहरे के रूप में काम कर रहा है। 104 दिन के आंदोलन के दौरान 13 लोग शहीद हुए थे। आर्थिक व सरकारी नुकसान हुआ था। लेकिन जनता को कुछ लाभ नहीं हुआ। विनय गुट की माने तो गोरखालैंड का सपना जरूर पूरा होगा, पर इसके लिए किसी का खून नहीं बहेगा।

वहीं विमल गुट की माने तो विनय तामांग सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं। जीटीए की जिम्मेदारी विनय तामांग व अनित थापा को सौंप दी गई थी। गोरखालैंड राज्य व ग्यारह गैर जनजाति बनाने का ढ़ोल पीटा गया। लेकिन कुछ नहीं हुआ। वर्तमान समय में जीटीए का संचालन भी अप्रत्यक्ष रूप से प्रशासनिक अधिकारी ही कर रहे हैं। एक साल पहले जेल में वरुण भूजेल की मौत हुई थी, लेकिन अब तक उसके परिवार को न्याय नहीं मिला। साथ ही ये भी आरोप लगाया कि विनय तामांग निजी स्वार्थ के लिए गोरखाओं के साथ विश्वासघात किया।

कुल मिलाकर अब शहीद वरुण भूजेल को लेकर दोनों गुट आमने-सामने आ गए हैं। दोनों ही एक दूसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगाकर राजनीतिक बाजार में फिर एक बार हलचल ला दी है।


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