Bengal Monsoon Update: उत्तर बंगाल के लिए मौसम विभाग ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट, 18 जून तक भारी बारिश का अनुमान
उत्तर बंगाल के कई जिलों में आज चौथे दिन गुरुवार को भी रह-रह कर मानसून की मूसलाधार बारिश जारी है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 18 जून तक मौसम का मिजाज ऐसा ही रहेगा यानी गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ती रहेंगी। विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। Bengal Monsoon Update: उत्तर बंगाल के कई जिलों में आज चौथे दिन गुरुवार को भी रह-रह कर मानसून की मूसलाधार बारिश जारी है। सिलीगुड़ी सहित कई जिलों में बुधवार रात से ही गरज-चमक के साथ जमकर बारिश हो रही है। गुरुवार को भी सुबह से ही रुक-रुककर मूसलाधार बारिश जारी है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 18 जून तक मौसम का मिजाज ऐसा ही रहेगा यानी गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ती रहेंगी। मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसका मतलब है कि जमकर बारिश के लिए पूरी तैयारी रखें। इसके पहले मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया था जिसका अर्थ है- मौसम पर नजर बनाते हुए सावधान रहें। बता दें कि उत्तर बंगाल में नियत समय 7 जून से तीन दिन पहले ही मानसून ने दस्तक दिया। तब से यहां खूब अच्छी बारिश हो रही है। जबकि कोलकाता सहित दक्षिण बंगाल में समय से तीन दिन देरी के बाद आज मानसून ने दस्तक दिया। दक्षिण बंगाल में अमूमन 11 जून तक मानसून का आगमन होता है।
कोलकाता के अलीपुर स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से कहा गया है कि पश्चिम बंगाल राज्य के उप-हिमालयी क्षेत्र के जिलों में अभी और तीन दिनों तक लगातार भारी बारिश होती रहेगी। इसे लेकर 16 से 18 जून के लिए उत्तर बंगाल के विभिन्न जिला क्षेत्रों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसका अर्थ आंधी-तूफान व गरज-चमक के साथ भारी बारिश (20 सेंटीमीटर तक) की संभावा है। मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर कहा है कि
दार्जिलिंग व कालिम्पोंग पर्वतीय क्षेत्र में भारी बारिश के चलते जगह-जगह भूस्खलन (लैंडस्लाइड) का खतरा बना हुआ है। वहीं, तीस्ता, जलढाका, सुंकोश व तोर्षा आदि नदियों में जलस्तर भी काफी बढ़ जाएगा। ज्यादा बारिश होने के चलते दृश्यता में भी कमी आएगी।
विभाग की ओर से यह सलाह दी गई है कि, परिपक्व सब्जियों की कटाई की जा सकती है। वहीं, खेतों से अतिरिक्त जल निकालने, खाद व कीटनाशक का उपयोग न करने की सलाह दी गई है। क्योंकि, भारी बारिश के चलते खाद व कीटनाशक बहकर प्रभावहीन हो जाएंगे। यह भी सलाह दी गई है कि आंधी-तूफान और व्रजपात के समय लोग सुरक्षित जगहों पर रहें । कहीं आवाजाही हेतु अगर किसी तरह की कोई यातायात सलाह जारी हुई है तो उसका अनुपालन करें।