Move to Jagran APP

Bengal Kisan Bharat Bandh : किसानों से सीधे जुड़ी मंडी, सिलीगुड़ी मार्केट में किसानों का बंद बेअसर

Bengal Kisan Bharat Bandh पूर्वोत्तर भारत मे कच्चे माल की सबसे बड़ी मंडी सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट में किसानों द्वारा बुलाये बंद का कुछ खास असर देखने को नहीं मिला। रोजाना से कम ही सही लेकिन मंगलवार को भी सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट में व्यापार हुआ।

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 08 Dec 2020 12:40 PM (IST)Updated: Tue, 08 Dec 2020 12:40 PM (IST)
Bengal Kisan Bharat Bandh : किसानों से सीधे जुड़ी मंडी, सिलीगुड़ी मार्केट में किसानों का बंद बेअसर
किसानों द्वारा बुलाये चार घंटे बंद का सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट में कोई खास असर देखने को नहीं मिला।

सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। नए कृषि कानून के खिलाफ जारी किसान आंदोलन के तहत बुलाये गए चार घंटे बंद का किसानों से सीधे जुड़े सिलीगुड़ी के व्यापारियों ने ही साथ नहीं दिया। पूर्वोत्तर भारत मे कच्चे माल की सबसे बड़ी मंडी सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट में किसानों द्वारा बुलाये बंद का कुछ खास असर देखने को नहीं मिला। रोजाना से कम ही सही लेकिन मंगलवार को भी सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट में व्यापार हुआ।

loksabha election banner

नए कृषि कानून के खिलाफ किसान आंदोलन का आज 14वां दिन है। नए कृषि कानून को रद्द करने के लिए किसानों ने मंगलवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक चार घंटे का बंद बुलाया है। केंद्र के विपक्षी राजनीतिक दलों ने भी आज के बंद का समर्थन किया है। पूरे देश सहित सिलीगुड़ी में भी बंद का व्यापक असर है। चुकी बीते सोमवार को उत्तरकन्या अभियान में पुलिस की बर्बरता के खिलाफ भाजपा ने मंगलवार को उत्तर बंगाल बंद का आह्वान किया है। फलस्वरूप सिलीगुड़ी सहित उत्तर बंगाल में सत्ता और सभी विपक्षी राजनीतिक दलों ने बंद का समर्थन किया है। भाजपा द्वारा बुलाये बंद ने किसान आंदोलन के तहत बुलाये चार घंटे के बंद को उत्तर बंगाल में 24 घंटे के हड़ताल में बदल दिया है।

सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट किसानों की मंडी है। इस मंडी में किसान अपना माल सीधे खुदरा व्यापारियों को बेच सकते हैं। सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट के कमीशन एजेंट व्यापारी किसानों से सीधे तौर पर जुड़े हैं। लेकिन किसानों द्वारा बुलाये चार घंटे बंद का सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट में कोई खास असर देखने को नहीं मिला। रोजाना से कम लेकिन सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट में गद्दी खुली दिखी।

सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट का मछली मंडी ही सिर्फ पूरी तरह से बंद रहा। बांकी फल-सब्जी, आलू-प्याज और अदरख लाइन की अधिकांश गद्दी मंगलवार को भी खुली और व्यापार भी हुआ। सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट के व्यापारियों ने किसान आंदोलन का समर्थन या विरोध नहीं जताया है। व्यापारियों का कहना है कि सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट कच्चे माल की मंडी है। यहां रोजाना देश के विभिन्न हिस्सों से फल, सब्जी, आलू-प्याज की आवक होती है। एक दिन बाजार बंद होने से किसानों को काफी ज्यादा नुकसान होता है। चुकी कच्चा माल जल्दी नष्ट होता है।

बीते दिनों का स्टॉक और मंगलवार को सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट पहुंचे माल को नष्ट होने से जितना हो सके बेच निकालने के लिए गद्दी खोला गया। वैसे आम दिनों की अपेक्षा मंडी में ग्राहक नदारथ ही रहे। दूर-दराज से आये माल की अनलोडिंग और दूर भेजे जाने वाले माल की लोडिंग की गई। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.