Crackers Ban: कोई पटाखा बेचे, खरीदे व फोड़े तो पुलिस को बताएं
Crackers Ban सिलीगुड़ी में पटाखों की खरीद-बिक्री और आतिशबाजी पर अदालत की ओर से लगाई गई रोक को प्रभावी बनाने के लिए सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट और सिलीगुड़ी थाना ने आम लोगों से सहयोग की अपील की गई है।
सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। Crackers Ban: कोरोना महामारी के वर्तमान संकट के बीच विभिन्न त्योहारों यथा दीवाली, काली पूजा व छठ आदि में पटाखों की खरीद-बिक्री व आतिशबाजी पर अदालत की ओर से लगाई गई रोक को प्रभावी बनाने के लिए सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट व सिलीगुड़ी थाना ने आम लोगों से सहयोग की अपील की है। इसके लिए पुलिस की ओर से फोन नंबर (0353) 2662101 व (0353) 2662210 जारी किए गए हैं। इस बाबत आम लोगों से पुलिस ने अपील की है कि वे अपने आस-पास या कहीं भी पटाखों की खरीद-बिक्री या आतिशबाजी देखें तो तुरंत उपरोक्त फोन नंबरों पर पुलिस को सूचित करें। इसके साथ ही पुलिस की ओर से आम समाज में यह जागरूकता भी फैलाई जा रही है की वर्तमान कोरोना महामारी के दौर में हालात की गंभीरता को समझते हुए लोग आतिशबाजी से परहेज करें।
इस बाबत अदालत के जो-जो निर्देश हैं उसका अक्षरशः पालन करें। पटाखों की खरीद-बिक्री किसी भी कीमत पर न करें। कहीं भी किसी भी प्रकार की कोई आतिशबाजी न करें। इसके साथ पुलिस की ओर से सभी को दीवाली व आसन्न छठ पूजा की बधाई एवं शुभकामनाएं भी दी गई हैं। सिलीगुड़ी शहर व आसपास में पटाखों की खरीद-बिक्री एवं आतिशबाजी के खिलाफ सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट अंतर्गत सारे थानों की पुलिस बहुत सख्त है। कई थानों की पुलिस ने लाखों रुपये के पटाखे जब्त किए हैं व कुछ कारोबारियों को पकड़ा भी है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार केवल वर्दी में ही नहीं बल्कि आम पोशाक में भी पुलिस शहर व आसपास में पटाखों की बिक्री एवं आतिशबाजी की कड़ी निगरानी कर रही है। पुलिस की ओर से कहा गया है कि वर्तमान कोरोना महामारी की गंभीरता की अनदेखी कर यदि कोई अदालती आदेशों की अवहेलना करते हुए पटाखों की खरीद-बिक्री या आतिशबाजी का दोषी पाया जाता है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस दिशा में सामाजिक संस्था सिलीगुड़ी कोविड केयर नेटवर्क व सिलीगुड़ी फाइट कोरोना की ओर से भी शहर में व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। सिलीगुड़ी कोविड केयर नेटवर्क की ओर से संयोजक डॉ. कल्याण खान ने कहा कि कोरोना महामारी में जो कोविड-19 संक्रमण लोगों को हो रहा है उसमें सबसे बड़ी समस्या सांस की ही होती है। ऐसे नाजुक समय में यदि हमने पर्यावरण में वायु को प्रदूषित किया तो लोगों की सांसों की समस्या और भी बढ़ सकती है। अतः यह हमारा नैतिक कर्तव्य व दायित्व है कि हम परिस्थिति की गंभीरता को समझते हुए व्यवहार करें। वैसे भी दीवाली प्रकाश का पर्व है पटाखों का नहीं। सर्वोपरि यह कि वर्तमान समय में मानवता का सबसे बड़ा तकाजा यही है कि हम कोरोना महामारी से खुद भी बचें व औरों को भी बचाएं। इस दिशा में पटाखे व आतिशबाजी से परहेज करना भी एक बहुत बड़ा कदम होगा। यह मनुष्य, समाज व मानवता के प्रति बहुत बड़ा योगदान होगा। हर किसी को इसे समझना चाहिए।