West Bengal: जेल में कैदियों ने उप जेलर का सिर फोड़ा, पथराव व तोड़फोड़
Attack On Sub Jailer. जेल में बंद एक कैदी के पास से मोबाइल फोन जब्त किए जाने को लेकर कैदियों ने जमकर हंगामा किया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। Attack On Sub Jailer. बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के बारुईपुर जेल में बंद एक कैदी के पास से मोबाइल फोन जब्त किए जाने को लेकर कैदियों ने जमकर हंगामा किया। इसी दौरान अन्य कैदियों ने जेल अधीक्षक व उप जेलर को हटाने की मांग को लेकर जेल में तोड़फोड़ शुरू कर दी। उसी समय उप जेलर कैदियों के सामने आए गए तो पीट कर उनका सिर फोड़ दिया। उधर, जेल तोड़कर कैदियों ने भागने की भी कोशिश की। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए विभिन्न थानों से भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर भेजा गया।
इस दौरान कैदियों ने पथराव भी शुरू कर दिया और जेल के कई हिस्सों को क्षतिग्रस्त कर दिया। पिटाई से घायल हुए उप जेलर श्यामल भट्टाचार्य को बारुईपुर अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जेल के सुरक्षा कर्मियों से लेकर वहां निर्माण का कार्य देख रहे इंजीनियर व मजदूर तक को कैदियों ने बंदी बना लिया था। इस घटना अनेक जेल कर्मी जख्मी हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि घटना के बाद पुलिस बल की एक बड़ी टुकड़ी को घटनास्थल पर भेजा गया। बताया गया कि कैदियों से मान-मनोव्वल और आश्वासन दिए जाने के बाद मंगलवार तड़के हालात पर काबू पाया जा सका। खबर है कि जेल मंत्री उज्ज्वल विश्वास ने भी देर रात जेल का दौरा कर हालात का जायजा लिया और उन्होंने घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
हालांकि घटना को लेकर जेल व पुलिस प्रशासन फिलहाल चुप्पी साधे हुए है। हालांकि एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कैदियों ने जेल अधिकारियों पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। अधिकारी ने कहा कि कैदियों को शांत करने के लिए उनसे वादा किया गया है कि उनके खिलाफ किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जाएगी। सूत्रों का कहना है कि यह भी तय हुआ है कि जेल अधीक्षक नवीन कुजुर और अतिरिक्त जेलर का कुछ दिनों में तबादला कर दिया जाएगा। इसके अलावा कैदियों के आरोपों की जांच भी की जाएगी।
इधर, बारुईपुर के पुलिस अधीक्षक राशिद मुनीर खान ने कैदियों को अपना फोन नंबर देते हुए कहा कि कोई भी समस्या होने पर वे उन्हें फोन कर सकते हैं। डीआइजी प्रेसिडेंसी रेंज प्रवीण त्रिपाठी ने भी रात को जेल का दौरा किया।
सूत्रों का कहना है कि जेल में सुविधाओं की कमी है। इसे पूरा करने की कोशिश की जा रही है। आरोप है कि सजायाफ्ता कैदियों को ज्यादा सुविधाएं मिलती हैं तथा विचाराधीन कैदियों को कम। इसे लेकर आए दिन कैदियों में विवाद होता रहता है। कल की घटना में इसने भी ईंधन का काम किया है।
बता दें कि इससे पहले शनिवार को आजीवन कारावास की सजा पाए एक कैदी ने हावड़ा जिला जेल की छत पर चढ़कर आत्महत्या की धमकी देते हुए जेल प्रशासन पर अनियमितता का आरोप लगाया था।