नाथुला से मानसरोवर यात्रा फिर से हो प्रारंभ : श्रीनिवास पाटिल
- सीमा व्यापार को बताया बेहतर संबंधों का आधार -सिक्किम को बौद्ध तीर्थ सर्किट से जोड़ने क
- सीमा व्यापार को बताया बेहतर संबंधों का आधार
-सिक्किम को बौद्ध तीर्थ सर्किट से जोड़ने की रखी मांग
जागरण संवाददाता,गंगटोक :आगामी 25 जनवरी को आयोजित होने वाले आसियान देशों के शिखर सम्मेलन तथा स्वर्ण जयंती आयोजन हेतु गठित की गई विशेष समिति की बैठक में हिस्सा लेने सिक्किम के राज्यपाल श्रीनिवास पाटिल नई दिल्ली पहुंचे। बैठक के बाद पत्रकारों से वार्ता करते हुए पाटिल ने राज्य में नाथुला दर्रे से कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से आरंभ करने तथा सीमा व्यापार बहाल करने का सुझाव विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को देने की जानकारी दी। महामहिम ने इस संबंध में विदेश मामलों के मंत्रालय को लिखित रूप से भी दिया है। उन्होने भारत चीन नाथुला दर्रा को अवसरों का द्वार बताते हुए इसे मात्र व्यापार ही नहीं बल्कि दोनों देशों के बीच संबंध सुधारने का मौका भी बताया। पाटिल ने ऐसे में मानसरोवर यात्रा का दोबारा आरंभ होना अति आवश्यक बताया। महामहिम ने इसी तरह आयात निर्यात की सूची को वर्तमान परिपेक्ष्य में वृद्धि के लिए आवश्यक बताया। उन्होने इस विषय को लुक ईस्ट पालिसी की सफलता हेतु महत्वपूर्ण बताया। राज्यपाल ने बौद्ध धर्म को सिक्किम राज्य में व्यापक रूप से श्रद्धालु होने तथा तीर्थ स्थल होने के कारण राज्य को बौद्ध तीर्थाटन सर्किट से जोड़ने की भी अपील की। पाटिल ने इस सर्किट के निर्माण से अन्य देश जैसे म्यानमार,लाओस,थाईलैंड तथा वियतनाम से भी लोगों का सिक्किम की ओर आकर्षित होने की आशा व्यक्त की। इस कार्यक्रम में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज समेत भारत के पूर्वोत्तर राज्यों के राज्यपाल भी उपस्थित थे।