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अनुच्छेद 370 हटने के तीन महीने बाद भी सब ठीक नहीं

-सिलीगुड़ी पहुंची जम्मू-कश्मीर की 11 सदस्यीय टीम -लोगों को हो रही परेशानियों से कराया अ

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Nov 2019 09:46 PM (IST)Updated: Sat, 16 Nov 2019 09:46 PM (IST)
अनुच्छेद 370 हटने के तीन महीने बाद भी सब ठीक नहीं
अनुच्छेद 370 हटने के तीन महीने बाद भी सब ठीक नहीं

-सिलीगुड़ी पहुंची जम्मू-कश्मीर की 11 सदस्यीय टीम

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-लोगों को हो रही परेशानियों से कराया अवगत

-हालात समान्य होने में कुछ और वक्त लगने की संभावना जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : अनुच्छेद 370 हटाये जाने के बाद से देश के अभिन्न अंग जम्मू-कश्मीर की स्थिति खराब नहीं तो सामान्य भी नहीं है। करीब तीन महीने बाद भी वहां के लोगों को दैनिक जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ ऐसी ही हकीकत जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों ने बयां की है। अनुच्छेद 370 हटाये जाने के बाद की परिस्थिति के बीच जम्मू-कश्मीर आ‌र्म्ड पुलिस 15वीं बटालियन के11 जवानों की टीम आठवीं ऑल इंडिया पुलिस तीरंदाजी प्रतियोगिता-2019 में हिस्सा लेने सिलीगुड़ी पहुंची है। इनमें से 7 जवान प्रतियोगी हैं। जबकि बचे चार में कोच, टीम प्रबंधन लोग शामिल हैं। 7 प्रतियोगियों में से पांच महिलाएं हैं। इन पांच महिलाओं में से एक रीता देवी राष्ट्रीय स्तर की तीरंदाजी प्रतियोगिता में पदक हासिल कर चुकी हैं। इस टीम की कोच दर्शना कुमारी, टीम कैप्टन सोनू शर्मा व गौरव बंदराल (सिंह) से प्राप्त जानकारी के मुताबिक अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर की स्थिति सामान्य नहीं है। खासकर कश्मीर की स्थिति तो काफी खराब है। कश्मीर में अभी भी धारा 144 लागू है। वहां के लोगों को रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुओं व राशन-पानी के लिए 24 घंटे में एक बार शाम को सीमित समय के लिए थोड़ी रियायत दी जाती है। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में इंटरनेट सेवा उपलब्ध नहीं है। मोबाइल इंटरनेट सेवा पूरी तरह से ठप है। इंटरनेट कैफे व ब्राडबैंड इंटरनेट के जरिए काम चलाया जा रहा है। इतने बड़े बदलाव का कुछ असर तो फिलहाल रहेगा ही। हर ओर सुरक्षा के तगड़े इंतजामात रहते हैं। आवश्यकतानुसार जम्मू में भी कभी-कभार धारा 144 लगा दी जाती है। ऐसी परिस्थिति में उनलोगों ने तीरंदाजी का बेहतर अभ्यास किया है। हांलाकि मैदान व अन्य आवश्यक सुविधाएं नहीं मिली थी। प्रतियोगियों ने बताया कि बेहतर अभ्यास से इस प्रतियोगिता में अपेक्षाएं अधिक है। जम्मू-कश्मीर आ‌र्म्ड पुलिस के 15वीं बटालियन का हर प्रतियोगी गोल्ड मेडल प्राप्त करने के लक्ष्य से मैदान में उतरेगा।

तीरंदाजी प्रतियोगिता कल से

18 नवबंर से सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) सिलीगुड़ी सीमांत मुख्यालय में आठवां ऑल इंडिया पुलिस तीरंदाजी प्रतियोगिता आयोजित हो रही है। प्रतियोगिता का समापन 23 नवंबर को होगा। इस प्रतियोगिता में देश भर से करीब 350 प्रतियोगी हिस्सा लेने पहुंचे हैं। प्रतियोगिता का शुभारंभ 18 नवंबर सोमवार सुबह सिलीगुड़ी से सटे रानीडांगा स्थित एसएसबी सीमांत मुख्यालय के तीस्ता स्टेडिम में होगा। प्रतियोगिता आगाज के अवसर पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ उपस्थित रहेंगे। सीमांत मुख्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए एसएसबी सिलीगुड़ी फ्रंटियर के आईजी श्रीकुमार बंदोपाध्याय ने बताया कि वर्ष 2012 में तीरंदाजी को राष्ट्रीय खेल कैलेंडर में शामिल किया गया। अगले वर्ष 2013 में पहली ऑल इंडिया पुलिस तीरंदाजी प्रतियोगिता झारखंड में आयोजित हुई। एसएसबी के कुल 22 जवान इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे हैं। प्रतियोगियों में कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिता खेल चुके हैं। बल्कि तीरंदाजी में अर्जुन पुरस्कार प्राप्त नागालैंड पुलिस की श्रीमती चेक्रोवोलू स्वोरो भी इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले रही हैं। 23 नवंबर को प्रतियोगिता का समापन होगा। समापन समारोह के मुख्य अतिथि 33 कोर के वीसीएम जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल नव के खंडारी बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहेगें। तीन वर्गो में होने वाली इस प्रतियोगिता में कुल 58 गोल्ड मेडल के लिए प्रतियोगी पसीना बहाएंगे। पत्रकार सम्मेलन में सिलीगुड़ी फ्रंटियर के डीआईजी अमित कुमार, थॉमस चाको व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।


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