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विमल गुरूंग ने की अपील- गोरखालैंड के लिए आवाज बुलंद करें सभी दल

भूमिगत विमल गुरूंग ने एक बार फिर आडियो जारी कर गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर सभी राजनीतिक दलों से एकजुट होकर आगे बढ़ने की अपील की है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Sat, 07 Jul 2018 11:45 AM (IST)Updated: Sat, 07 Jul 2018 11:45 AM (IST)
विमल गुरूंग ने की अपील- गोरखालैंड के लिए आवाज बुलंद करें सभी दल
विमल गुरूंग ने की अपील- गोरखालैंड के लिए आवाज बुलंद करें सभी दल

दार्जिलिंग, संवादसूत्र। दार्जिलिंग में गोजमुमो के दो गुटों में घमासान पहले से ही चल रहा है। एक ओर जहां विनय तामांग गुट राज्य सरकार से मिलकर पहाड़ को विकास के मार्ग पर ले जाने को अग्रसर है, वहीं विमल गुरूंग ने फिर गोरखालैंड की मांग को लेकर आवाज बुलंद करनी शुरू कर दी है।

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भूमिगत विमल गुरूंग ने एक बार फिर आडियो जारी कर गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर सभी राजनीतिक दलों से एकजुट होकर आगे बढ़ने की अपील की है। दूसरी ओर गोरामुमो ने पहले ही छठी अनुसूची की मांग को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। गोरामुमो प्रधान मन घीसिंग राज्य सरकार द्वारा दिए पद से इस्तीफा दे चुके हैं। शुक्रवार को जारी आडियो में विमल गुरूंग ने कहा कि गुरुवार को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बोडोलैंड राज्य की मांग करने वाले लोगों के साथ मिलकर बैठक की। इससे पहले भी अलग तेलंगना राज्य बना। अब बोडोलैंड राज्य बनेगा पर गोरखालैंड की मांग पूरी नहीं हो रही है।

विमल गुरूंग ने क्रामाकपा, अभागोली, जाप, कांग्रेस को एक मंच गठित कर वहां से एक नया नेता चुनकर दिल्ली में जाकर बात करने की अपील की है। विमल ने क्रामाकपा अध्यक्ष आरबी राई को जाति सेउपर योगदान, जाप अध्यक्ष डॉ हर्क बहादुर क्षेत्री की दक्षता, अभागोली के प्रताप खाती, जीएनएलएफ के युवा नेता को याद दिलाते हुए गोरखालैंड के लिए आगे बढ़ने की अपील की है। विमल गुरूंग ने कहा कि वह कायर नहीं है। अपनी जाति एवं अस्मिता के अस्तित्व को बचाने के लिए भूमिगत हुए हैं। पैसे व पद के पीछे भागने वाले ठेकेदार विनय-अनित पंथी को समय पर जनता द्वारा सबक सिखने की बात कही।

वहीं, बंगाल सरकार पर आरोप लगाते हुए विमल गुरूंग ने कहा कि उन्हें पुलिस द्वारा एनकाउंटर करने की साजिश की जा रही है। कहा, गोरखा जाति भारत में कहीं भी पीछे न रहे, केवल विमल गुरूंग के नेतृत्व में नहीं, बल्कि ईमानदार नेता सांझा मंच तैयार कर गोरखालैंड राजय के आगे बढ़ने की अपील की है।

शहीदों के सपने से खिलवाड़ न करने की सलाह दी है। अब सवाल उठता है कि आखिरकार विमल गुरूंग कहां हैं और कब तक भूमिगत रहेंगे। जनता के सामने वह कब आएंगे। इसके बारे में किसी को मालूम नहीं है। हालांकि, विमल गुरूंग, रोशन गिरी सहित कई लोगों के नाम प्रशासन की ओर से वोटर लिस्ट ने हटा दिया गया है।


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