संतान जन्म के बाद महिला के शरीर से खून बहता रहा, चिकित्सक देखता रहा
मरीज एंबुलेंस में पड़ी रही। काफी खून बहने के बाद भी वह एंबुलेंस में ही तड़पती रही। चिकित्सक को बताने के बावजूद भी कोई फायदा नहीं हुआ।
जलपाईगुड़ी, जागरण संवाददाता। गर्भवती के संतान प्रसव के बाद गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाने पर आपातकालीन विभाग में एक भी चिकित्सक मौजूद नहीं थे। मरीज एंबुलेंस में पड़ी रही। काफी खून बहने के बाद भी वह एंबुलेंस में ही तड़पती रही। चिकित्सक को बताने के बावजूद भी कोई फायदा नहीं हुआ। काफी देर बाद चिकित्सक ने जैसे तैसे मरीज का इलाज किया।
परिवार वालों का आरोप है चिकित्सकों के कारण मरीज को सही समय पर अस्पताल में भर्ती नहीं कराया जा सका। मरीज की मां यशोदा बर्मन ने कहा कि मयनागुड़ी चुड़ाभंडार के स्वास्थ्य केंद्र में उसकी बेटी ने एक पुत्र संतान को जन्म दिया। इसके बाद से ही खून बहने लगी। यहां के चिकित्सकों ने मरीज को जिला अस्पताल में रेफर कर दिया। लेकिन यहां आपातकालीन विभाग के सामने एंबुलेंस खड़े होने के बाद भी कोई चिकित्सक इलाज के लिए आगे नहीं आया।
चिकित्सकों ने आपातकालीन विभाग में लाने के बाद ही इलाज करने की बात कही। बाद में पत्रकारों के दबाव में चिकित्सक एंबुलेंस के पास जरूर आए, लेकिन फिर गुस्सा होकर वापस चले गए।
102 नंबर सरकारी एंबुलेंस के चालक नारायण सरकार ने कहा कि बार-बार बोलने के बाद भी चिकित्सक ने कोई महत्व नहीं दिया। काफी खून बहने के बावजूद मरीज को मजबूरन एंबुलेंस में ही उक्त घटना को लेकर रोगी कल्याण समिति के चेयरमैन व सांसद विजय चंद्र बर्मन व मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी जगन्नाथ सरकार को बताने उनलोगों ने तुरंत आवश्यक कदम उठाने की बात कही। इसके बाद मरीज को मदर एंड चाइल्ड हब में भर्ती कराया गया।