सेफ ड्राइव सेव लाइफ अभियान के बाद भी दुर्घटनाओं में कमी नहीं
-हर थाना क्षेत्र में औसतन आठ से दस दुर्घटनाएं प्रति माह -आम लोगों को लगातार जागरूक कर रह
-हर थाना क्षेत्र में औसतन आठ से दस दुर्घटनाएं प्रति माह
-आम लोगों को लगातार जागरूक कर रही है पुलिस
-कोहरे के समय सावधानी से गाड़ी चलाने की सलाह
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : सड़क दुर्घटनाएं और उसमें होने वाली मौत व घायलों का आंकड़ा किसी आपदा से कम नहीं है। जबकि पूरे विश्व की सड़कों पर दौड़ने वाली गाड़ियों में भारत की हिस्सेदारी मात्र एक प्रतिशत है। ठंड के मौसम में घने कोहरे की वजह से सड़क हादसे भी तेज रफ्तार से बढ़ते हैं। सड़क दुर्घटनाओं में मौत के आंकड़े को कम करने के लिए पश्चिम बंगाल राज्य सरकार ने सेफ ड्राइव सेव लाइफ अभियान तो चला रही है, लेकिन फिर भी दुर्घटनाओं में कुछ खास कमी नहीं आई है।
सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट के साथ दार्जिलिंग जिला पुलिस के खोरीबाड़ी, नक्सलबाड़ी, विधान नगर और फांसीदेवा थाना सिलीगुड़ी महकमा के अधीन है। पुलिस सूत्रों की मानें तो प्रत्येक महीने औसतन आठ से दस दुर्घटनाओं की शिकायत प्रत्येक पुलिस थाने में दर्ज होती है। जिसमें से औसतन 3 से 5 गंभीर व भीषण सड़क हादसे प्रत्येक पुलिस थाना क्षेत्र में होते हैं। जिसमें मौत के साथ लोग गंभीर रुप से घायल होते हैं। सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट के न्यू जलपाईगुड़ी थाना अंतर्गत फूलबाड़ी-घोषपुकुर बाईपास, कैनाल रोड, मर्डर मोड़, आमबाड़ी, मिलनपल्ली-गाजलडोबा, भक्ति नगर थाना अंतर्गत ईस्टर्न बाईपास, गोरा मोड़, आसिघर, हाथियाडांगा, सालूगाड़ा व राष्ट्रीय राजमार्ग 31 के प्रकाश नगर मोड़, चांडाल मोड़ के अतिरिक्त फांसीदेवा, नक्सलबाड़ी और विधान नगर थाना पुलिस के अधिकार क्षेत्र में आने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग व एशियन हाइवे, पानीघाटा मोड़ पर आए दिन दुर्घटनाओं की खबर सुर्खियों में होती है। जबकि पुलिस आम लोगों का ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए जागरूक कर रही है। सभी को सावधानी से गाड़ी चलाने की सलाह दी जा रही है।
पूरे सिलीगुड़ी महकमा इलाके की बात करें तो प्रति महीने औसतन सौ के करीब सड़क दुर्घटनाएं घटती है। छिटपुट घटनाओं के अलावा प्रति महीने आठ से दस भीषण सड़क हादसे औसतन होते हैं। सिलीगुड़ी महकमा परिषद इलाके में प्रति महीने औसतन तीन से पांच मौत सड़क हादसों में होती है। इसी से प्रत्येक वर्ष सड़क हादसों में होने वाली मौत व गंभीर रुप से घायलों की संख्या का अंदाजा लगाया जा सकता है।
वर्ष 2016 से शुरू हुआ अभियान
सड़क हादसों में होने वाली अकाल मौत के आंकड़े को कम करने के लिए वर्ष 2016 के जुलाई में पश्चिम बंगाल राज्य सरकार ने सेफ ड्राइव सेव लाइफ अभियान शुरु कराया है। इसके तहत सड़क सुरक्षा सप्ताह, हेलमेट पहनना अनिवार्य, शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर नकेल कसने को लेकर लगातार ट्रैफिक पुलिस अभियान चला रही है। बल्कि ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाने वालों को फूल व चॉकलेट देकर गांधीगिरी का रवैया भी अपनाया गया है।
हादसों में कमी का दावा
सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस का दावा है कि सेफ ड्राइव सेव लाइफ अभियान शुरु करने के बाद से प्रतिवर्ष सड़क हादसों में कमी आ रही है।
एक्सिडेंट प्रोन एरिया
प्रधान नगर थाना अंतर्गत न्यू दार्जिलिंग मोड़, दागापुर, सालबाड़ी, देबीडांगा, मिलनमोड़ और चंपासारी अंचल, माटीगाड़ा थाना अंतर्गत खपरैल बाजार, बलासन ब्रिज, शिवमंदिर व यूनिवर्सिटी मोर और चांदमुनी, वहीं बागडोगरा थाना अंतर्गत एशियन हाइवे महासड़क एक्सिडेंट प्रोन एरिया माना जाता है।