नौकरी के लिए विदेश जाने से पहले हो जाएं सावधान
-अबू धाबी काम करने गए युवक की मौत -परिवार वालों ने कंसल्टेंसी कंपनी को ठहराया जिम्मेदार
-अबू धाबी काम करने गए युवक की मौत
-परिवार वालों ने कंसल्टेंसी कंपनी को ठहराया जिम्मेदार
-पुलिस कमिश्नर से शिकायत,कार्यवाई की मांग जागरण संवाददाता,सिलीगुड़ी:अधिक रुपए कमाने की चमक दमक में विदेश जाने की इच्छा रखने वाले युवा तथा उनके परिवार वाले सावधान हो जाएं। हर समय सब सपना साकार नहीं होता। इसलिए विदेश नौकरी के लिए जाने से पहले काफी सावधानी बरतने की जरूरत है। ऐसा नहीं होने पर कभी भी कोई बड़ी अनहोनी घटना हो सकती है। कुछ इसी तरह की अनहोनी सिलीगुड़ी के माटीगाड़ा थाना अंतर्गत कदमतला, दुर्गा मंदिर के रहने वाले 23 वर्षीय युवक अमित राई के साथ हुई है। अमित इस साल अप्रैल में नौकरी करने के लिए संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी गया था। जहा वह बुरी तरह से बीमार हो गया और परिवार के लोग जबतक उसको घर लाते उसकी दर्दनाक मौत हो गई। आरोप है कि जिस कंसल्टेंसी कंपनी के जरिए वह नौकरी के लिए विदेश गया था उसने परिवार वालों को अंधेरे में रखा। परिवार वालों को उसके बीमार होने की जानकारी भर दी और कुछ खास नहीं किया। मृतक अमित राई की मा आशा किरण राई ने इस मामले में कंसल्टेंसी कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की माग की है। उन्होंने इसके लिए सिलीगुड़ी के पुलिस कमिश्नर से इंसाफ की गुहार लगाई है। आशा किरण राई शनिवार को सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट क्लब में संवाददाताओं से बातचीत कर रही थी। उन्होंने बताया कि उनका बेटा 8 अप्रैल को अबू धाबी गया था। उसके अगले ही दिन 9 तारीख को उसने एक कंपनी ज्वाइन कर ली। एक महीना भी नहीं बीता था कि उसकी तबीयत काफी खराब हो गई। जिसकी जानकारी परिवार वालों को नहीं दी गई । वह जब अबू धाबी पहुंचा था तभी उसकी तबीयत बिगड़ने लगी थी। उसके बाद भी उसे काम पर लगा दिया गया। जिससे उसकी तबीयत लगातार खराब होती चली गई। 3 जून को उसे अबू धाबी के अस्पताल में भर्ती कराया गया और कंपनी के एचआर अधिकारी किसी सुधीर ने फोन कर उसके तबीयत खराब होने की बात कही। यह खबर मिलते ही वह कंसल्टेंसी कंपनी से बात करने गई। लेकिन उन्हें किसी प्रकार की सहायता नहीं दी गई। आशा किरण राई ने आगे बताया कि वह अपने बेटे की स्वास्थ्य की जानकारी लेने तथा मदद के लिए कंसल्टेंसी कंपनी के साथ-साथ उस कंपनी से भी संपर्क साधा,जहा उनका बेटा काम करता था। लगातार संपर्क करती रही लेकिन कोई लाभ नहीं मिला। बाध्य होकर यहा से दो लोगों को अबू धाबी भेजा गया। भारतीय उच्चायोग के सहयोग से उनके बेटे को काफी गंभीर अवस्था में वहा से कोलकाता लाया गया। जहां उसकी मौत हो गई। उन्होंने इस मामले में पुलिस से उचित कार्यवाई की मांग की है।
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