तीन जनवरी की तैयारी में जुटी तृणमूल कांग्रेस
फोटो संजय 22 -एनआरसी व सीएए के विरुद्ध महाजुलूस - मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी होंगी शामिल
फोटो : संजय 22 -एनआरसी व सीएए के विरुद्ध महाजुलूस
- मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी होंगी शामिल
-आज हर विधानसभा क्षेत्र में धरना प्रदर्शन
-एक जनवरी को मनाया जाएगा 'नागरिक दिवस' जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी :
नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजेंस (एनआरसी) व सिटिजेनशिप एमेंडमेंट एक्ट (सीएए) के विरुद्ध तृणमूल कांग्रेस का आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के बाद अब उत्तर बंगाल की भौगोलिक, आर्थिक व राजनीतिक राजधानी सिलीगुड़ी में भी समान मुद्दे पर जोरदार आंदोलन की तैयारी है। वैसे तो यहां भी आंदोलन जारी ही है मगर इसे और वृहद रूप दिए जाने में तृणमूल कांग्रेस जुट गई है। इस कड़ी में आगामी तीन जनवरी को जलपाईगुड़ी से सिलीगुड़ी महाजुलूस का आह्वान किया गया है। उस महाजुलूस में तृणमूल कांग्रेस अध्यक्षा व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शामिल होंगी। उसी को लेकर यहां तृणमूल कांग्रेस जोर-शोर से तैयारियों में जुट गई है।
इसके मद्देनजर शुक्रवार को यहां दार्जिलिंग जिला तृणमूल कांग्रेस कार्यालय में उत्तर बंगाल के पांच जिलों से तृणमूल कांग्रेस के वरीय नेताओं की बैठक हुई। इस बैठक में उक्त महाजुलूस के आयोजन की रूपरेखा पर विस्तृत चर्चा की गई। इस बाबत तृणमूल कांग्रेस के उत्तर बंगाल के वरिष्ठ नेता व राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव ने कहा कि यह महाजुलूस उत्तर बंगाल के इतिहास में अब तक का सबसे ऐतिहासिक महाजुलूस होगा।
उल्लेखनीय है कि एनआरसी व सीएए को समाप्त किए जाने की मांग पर तृणमूल कांग्रेस की ओर से राज्य भर में व्यापक आंदोलन जारी है। इस कड़ी में शनिवार 28 दिसंबर को राज्य भर के हरेक विधानसभा क्षेत्र में धरना प्रदर्शन किया जाएगा। उसके तहत यहां उत्तर बंगाल के भी हरेक विधानसभा क्षेत्र में भी धरना प्रदर्शन होगा। मंत्री गौतम ने बताया कि बीते 18 दिसंबर को हमारी नेत्री मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बैठक कर सीएए व एनआरसी के विरुद्ध राज्य भर में आंदोलन का निर्देश दिया है। उसी के तहत आंदोलन जारी ह। उसी कड़ी में 28 दिसंबर को हरेक विधानसभा क्षेत्र में धरना प्रदर्शन होगा। हमारी मांग है कि केंद्र सरकार अविलंब देश के लिए विनाशक सीएए व एनआरसी को वापस ले। इस मांग को लेकर हमारा आंदोलन सतत रूप में जारी रहेगा। इसी कड़ी में आने वाले नए साल के पहले दिन यानी एक जनवरी को तृणमूल कांग्रेस के स्थापना दिवस को भी इस बार 'नागरिक दिवस' के रूप में मनाया जाएगा। उन्होंने सभी से इसमें बढ़-चढ़ कर सम्मिलित होने व इसे सफल बनाने की अपील की है।