West Bengal: बंगाल में 35 करोड़ रुपये की 25 प्राचीन मूर्तियां बरामद
Ancient Idols बरामद मूर्तियां 9वीं व 16 वीं शताब्दी की पत्थर की मूर्तियां हैं। मूर्तियों को नॉर्थ बंगाल विश्वविधालय के अक्षय पुरातत्व म्यूजियम को सौंप दिया गया है।
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी। Ancient Idols: पश्चिम बंगाल कस्टम की प्रीवेंटिव यूनिट की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर 35 करोड़ रुपये मूल्य की 25 प्राचीन मूर्तियां बरामद की हैं। इसमे हिंदू देवी-देवता के साथ जैन धर्म से जुड़ी मूर्ति पाई गई हैं। इसमे सात काले और लाल पत्थर की अन्य धातु की बनी हुई हैं। बरामद मूर्तियां 9वीं व 16 वीं शताब्दी की पत्थर की मूर्तियां हैं। मूर्तियों को नॉर्थ बंगाल विश्वविधालय के अक्षय पुरातत्व म्यूजियम को सौंप दिया गया है। पश्चिम बंगाल कस्टम कमिश्नर राजेश जिंदल ने बुधवार को बताया कि 23 अगस्त की रात को पश्चिम बंगाल कस्टम प्रीवेंटिव यूनिट को मूर्तियों की तस्करी बांग्लादेश सीमावर्ती क्षेत्र से के जाने की जानकारी मिली थी।
इसके आधार पर दक्षिण बंगाल के कलियागंज क्षेत्र में कस्टम नाका लगाए हुए थी। 24 की सुबह एक ट्रक धान लदा हुआ आते देखा। टीम को देखकर ट्रक चालक ने दूर से ही ट्रक को सड़क किनारे रोक फरार हो गया। जब कस्टम टीम ट्रक की जांच की तो उसके अंदर से में छुपा कर रखा गया 25 मूर्तियों को बरामद किया गया। इसमे सात पार्वती, मनसा देवी, सूर्य , गणेश, विष्णु की मूर्तियों के अलावा तेराकोटा काल की बनी कई मूर्तिया पायी गयी है। इसकी पुरातत्व विभाग से जांच कराने पर जो रिपोर्ट मिली है उसके अनुसार वह 9वीं व 16वीं शताब्दी की है। कस्टम इसके पहले भी 11 करोड़ की 7 मूर्तियां बरामद की थी। सीमा से मूर्तियों की अंतरराष्ट्रीय तस्करी को लेकर कस्टम ने जांच तेज कर दी है।
वहीं, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास तस्करी को नाकाम करते हुए लाखों रुपये मूल्य की बड़ी संख्या में बनारसी साड़ी व पान मसाले की खेप जब्त किया है। 23/24 अगस्त की मध्य रात्रि में सीमावर्ती कल्याणी गांव से होकर बाऊर झील के रास्ते इन सामानों को बोट से बांग्लादेश ले जाने की कोशिश की जा रही थी। तभी 158वीं बटालियन, बीएसएफ के सजग जवानों ने इसे पकड़ा। जब्त बनारसी साड़ी व पान मसाले का अनुमानित मूल्य 9.10 लाख रुपये है।