वामो-कांग्रेस गठबंधन में कोई दिक्कत नहीं
जागरण संवाददाता सिलीगुड़ी विधानसभा चुनाव में काग्रेस र इंडियन सेक्युलर फ्रंट के बीच सीटों के
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी :
विधानसभा चुनाव में काग्रेस र इंडियन सेक्युलर फ्रंट के बीच सीटों के बंटबारे को लेकर चल रहे विवाद खत्म हो गया है। इसको लेकर वामो-कांग्रेस गठबंधन में किसी प्रकार कोई दिक्कत नहीं है। यह कहना है वाममोर्चा नेता जीवेश सरकार का। उत्तर बंगाल में कांग्रेस, वाममोर्चा के साथ मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में आईएसएफ का दबदबा है। उन्होंने कहा कि आइएसएफ के नेता फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी के साथ काग्रेस से बात फाइनल हो गयी है साउथ बंगाल में हमारा काग्रेस से हो गया है नार्थ में छह सीटों पर बात चल रही है। वामपंथी पाíटयों से उसे 30 सीटें मिली हैं। इसी तरह काग्रेस से 18 सीटें मागी थी। काग्रेस 6 सीटें देने पर सहमत हो गई है। बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए आज काग्रेस और लेफ्ट गठबंधन का फॉर्मूला तय हो गया है। वाममोर्चा 165 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी. वहीं, काग्रेस को 92 सीटें दी गई हैं। बड़ी बात यह है कि फुरफुरा शरीफ़ दरगाह के पीरज़ादा अब्बास सिद्दीकी की पार्टी इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) को 37 सीटें मिली हैं। दक्षिण बंगाल की तीन सीटों बदुरिया, मध्यमग्राम और मुरारई पर सहमति बन गई है।आईएसएफ नेताओं को उम्मीद है कि उन्हें कम से कम दो सीटें मिलेंगी। अब्बास को वाम और काग्रेस से कुल 40 सीटें मिलने की संभावना है। आईएसएफ ने उत्तर बंगाल में अतिरिक्त छह सीटों की माग की है, लेकिन काग्रेस देने के लिए तैयार नहीं है। इस पर बातचीत होने की संभावना है। सीपीएम से 40 सीटें मांगी थी। पार्टी ने 30 सीटें दी हैं। कम सीटें भी मिलने पर गठबंधन चुनाव में एकसाथ लड़ने को तैयार है। सीट का फ़ॉर्मूला तय होने के बाद आठ मार्च को पहले दो चरणों के चुनाव के लिए 60 उम्मीदवारों की लिस्ट आ सकती है।