आखिरकार लापरवाही पड़ी भारी,दो मरीजों की मौत
-दो महीने की राहत का बाद कोरोना ने फिर बरपाया कहर -नए मामलों में बढ़ोत्तरी ने उड़ाई
-दो महीने की राहत का बाद कोरोना ने फिर बरपाया कहर
-नए मामलों में बढ़ोत्तरी ने उड़ाई स्वास्थ्य विभाग की नींद
-इसी प्रकार से भीड़ बढ़ती रही है तो आगे ना जाने क्या होगा
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मार्च को कोरोना संक्रमित महिला की हुई मौत
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दिनों में शहर में कोरोना के 11 मामले सामने आए
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : कोरोना वायरस को लेकर आमलोगों की लापरवाही आखिरकार भारी पड़ने लगी है। कोरोना वायरस के मामलों के लिहाज से फरवरी महीना काफी सुकून देने वाला साबित हुआ था। किसी मरीज की मौत नहीं हुई थी और नए संक्रमित मरीजों के मिलने की संख्या भी काफी कम हो गई थी। इससे आम लोग लापरवाह हो गए। मास्क लगाने में कमी आ गई तो शारीरिक दूरी के नियमों की भी धज्जियां उड़ी। जिसके कारण आखिरकार कोरोना के केस बढ़ने लगे। मार्च महीने के प्रथम दो दिनों में कोरोना से हुई दो मौतों से स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ गई हैं। इसके साथ ही कोरोना से बचाव को लेकर लापरवाही बरतने वालों के लिए यह गंभीर चेतावानी भी हैं। उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के आधिकारिक सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार बीते सोमवार एक मार्च को कोरोना संक्रमित एक महिला मरीज की मौत एनबीएमसीएच में हो गई। वहीं मंगलवार को भी कोरोना वायरस संक्रमित एक मरीज के मौत होने का मामला सामने आया है। वह मरीज पहले सिलीगुड़ी के एक नर्सिग होम में भर्ती था। मरीज की स्थिति गंभीर होते देख नर्सिग होम प्रबंधन ने इलाज के लिए उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल एनबीएमसीएच रेफर कर दिया। यहीं इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई। दो दिनों में हुई दो मौतों के बाद फरवरी महीने में नहीं हुई एक भी मौत का सिलसिला भी टूट गया।
वहीं दूसरी ओर मार्च महीने में कोरोना वायरस के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं। सिलीगुड़ी व आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार को कोरोना वायरस के सात नए मामले सामने आए। इनमें सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र में यह आंकड़ा छह है। इस तरह से पिछले दो दिनों में सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र में कोरोना वायरस के 11 मामले सामने आ चुके हैं। पूरे जिले को मिला दें तो नए मामले 12 हैं।
नहीं संभले तो गंभीर होगी स्थिति-संजय मल्लिक
इस बारे में एनबीएमसीएच के अधीक्षक संजय मल्लिक का कहना है कि सिलीगुड़ी में कोरोना वायरस के मामलों में कमी आई है। लेकिन महाराष्ट्र समेत कुछ राज्यों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं,इससे खतरा तो बढ़ ही रहा है। सबको समझना चाहिए कि कोरोना का खतरा टला नहीं है। जिस तरह से लोग बिना मास्क लगाए व शारीरिक दूरी को नजरअंदाज कर बाजारों में घूम रहे हैं,इससे आने वाले दिनों में यहां भी स्थिति गंभीर हो सकती है। शहर इलाका हो या ग्रामीण इलाका ज्यादातर लोगों को मास्क उपयोग करना व शारीरिक दूरी बनाए रखना चाहिए।