होली :आठ दिनों का होलाष्टक 22 मार्च से
होली 2021 की तारीख और शुभ मुहूर्त पूíणमा तिथि प्रारम्भ मार्च 28 2021 को 0327 बजे पूíणमा तिथि स
होली 2021 की तारीख और शुभ मुहूर्त
पूíणमा तिथि प्रारम्भ मार्च 28, 2021 को 03:27 बजे
पूíणमा तिथि समाप्त मार्च 29, 2021 को 00:17 बजे
होलिका दहन रविवार, मार्च 28, 2021 को
होलिका दहन मुहूर्त 18:37 से 20:56
अवधि 02 घटे 20 मिनट
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : पूर्वोत्तर का प्रवेशद्वार सिलीगुड़ी। यहां होली को लेकर काफी चहल पहल रहती है क्योंकि यह मिनी इंडिया है। यहां सभी प्रदेशों की होली का रंग देखने को मिलता है। होली के पहले होलाष्टक का महत्व है। आचार्य पंडित यशोधर झा के अनुसर फाल्गुन मास की अष्टमी से लेकर पूíणमा तिथि तक को होलाष्टक माना जाता है। होलाष्टक होलिका दहन से पहले के 8 दिनों को कहा जाता है। इस साल होलाष्टक 22 मार्च से प्रारंभ होकर 28 मार्च तक यानी होलिका दहन तक रहेंगे। 28 मार्च को होलिका दहन के बाद अगले दिन 29 मार्च को रंग पंचमी मनाई जाएगी। जिसे धुलेंडी के नाम से भी जानते हैं। होलाष्टक के दौरान 8 दिनों तक कोई भी मागलिक कार्य नहीं किए जाते हैं। इस दौरान मागलिक कार्य वíजत होते हैं। होलाष्टक के अशुभ होने को लेकर दो पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं। पहली कथा भक्त प्रहलाद और दूसरी कथा कामदेव से जुड़ी है।
भक्त प्रहलाद: पौराणिक कथा के अनुसार, राजा हिरण्यकश्यप ने अपने बेटे प्रहलाद को भगवान श्रीहरि की भक्ति से दूर करने के लिए आठ दिनों तक कठिन यातनाएं दी थीं।आठवें दिन हिरण्यकश्यप की बहन होलिका जिसे वरदान प्राप्त था, वो भक्त प्रहलाद को गोद में लेकर बैठी और जल गई थी लेकिन भक्त प्रहलाद बच गए थे।
रति का पति कामदेव: कहते हैं कि देवताओं के कहने पर कामदेव ने शिव की तपस्या भंग करने के लिए कई दिनों में कई तरह के प्रयास किए थे। तब भगवान शिव ने फाल्गुन शुक्ल अष्टमी तिथि को कामदेव को भस्म कर दिया था। कामदेव की पत्नी रति ने उनके अपराध के लिए शिवजी से क्षमा मागी, तब भगवान शिव ने कामदेव को पुनर्जीवन देने का आश्वासन दिया।