कोरोना की रफ्तार में ब्रेक,लगातार तीसरे दिन केस में कमी
-अभी मौत के मामले में नहीं आ रही है कमी -पिछले 24 घंटे में चार और मरीजों की मौत -41
-अभी मौत के मामले में नहीं आ रही है कमी
-पिछले 24 घंटे में चार और मरीजों की मौत
-41 मरीजों ने जीती जिंदगी की जंग जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी शहर तथा आसपास के इलाके में कोराना की रफ्तार पर पिछले तीन दिनों से ब्रेक लगा है। हालाकि लगातार हो रही मौतों का सिलसिला जारी है। पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमित चार मरीजों की मौत हो गई है। इनमें दो मरीजों की मौत सिलीगुड़ी के कवाखाली स्थित कोविड 19 अस्पताल में तथा उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में दो मरीजों की मौत हुई है। दाíजलिंग जिला स्वास्थ विभाग द्वारा मिली जानकारी के अनुसार नगर निगम के वार्ड नंबर 34 निवासी 65 वर्षीय व्यक्ति को बीते गुरुवार को कावाखाली के निकट कोविड 19 के अस्पताल में भर्ती किया गया था। शुक्रवार की रात 08: 30 बजे उसकी मौत हो गई। वहीं कोविड 19 अस्पताल में ही कोरोना से संक्रमित एक अन्य मरीज की मौत हुई है। मेडिकल अस्पताल के आधिकारिक सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार सिलीगुड़ी नगर निगम के वार्ड नंबर पाच निवासी 80 वर्षीय महिला मरीज को सास लेने में दिक्कत होने की वजह से परिजनों ने पिछले दिनों मेडिकल अस्पताल के रिकु वार्ड में भर्ती कराया था। शनिवार को मरीज की मौत हो गई। मौत के बाद शुक्रवार को आई कोरोना जाच रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। रिकु वार्ड में है भर्ती सिलीगुड़ी के रवींद्र नगर निवासी 65 वर्षीय एक अन्य महिला मरीज की मौत हो गई। उसकी जाच रिपोर्ट भी पॉजिटिव पाई गई। इन सभी मृतकों के शव का अंतिम संस्कार शनिवार को स्वास्थ्य विभाग के गाइडलाइन के मुताबिक कर दिया गया है। वहीं दूसरी ओर शनिवार को सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र में कोरोनावायरस के कुल 23 मामले सामने आए। लगातार तीसरे दिन मामलों में कमी आई है। इसी बीच शनिवार को सिलीगुड़ी के दोनों कोविड-19 अस्पताल सेफ हाउस तथा होम आइसोलेशन में रह रहे कुल 41 मरीजों ने कोरोनावायरस जंग जीत ली है। इन मरीजों को अस्पताल से तथा तथा सेफ हाउस छुट्टी दे दी गई है। इलाज में लापरवाही से मरीज की मौत
-कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव निकली
-नर्सिग होम वाले शव ले जाने का दे रहे हैं दबाव
जासं,सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी के सेवक रोड स्थित एक नìसग होम में अलीपुरद्वार जिले की बीरपाड़ा निवासी एक 55 वर्षीय महिला मरीज की मौत का मामला सामने आया है। परिजनों ने बताया कि इस महीने 3 अगस्त को उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में मरीज की कोरोना जाच रिपोर्ट निगेटिव आई थी। मरीज की तबीयत ठीक नहीं होने से उन्हें उक्त नìसग होम में भर्ती किया गया था। यहा भर्ती करने के बाद नìसग होम द्वारा फिर से कोरोना जाच कराई जो पॉजिटिव बताई गई। इस बीच शनिवार को मरीज की मौत हो गई। मृतक के परिजन का आरोप है कि 3 दिन के अंदर ही मरीज कोरोना से संक्रमित कैसे हो गया। इसके अलावा नìसग होम द्वारा अस्पताल से शव ले जाने का दबाव बनाया जा रहा है। मृतक के परिजन का कहना है की जब कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव है, तो फिर शव के अंतिम संस्कार का जिम्मा स्वास्थ विभाग व प्रशासन को लेनी चाहिए। मृतक के परिजनों ने फिर से जाच कराने की माग करते हुए शव लेने से इनकार कर दिया है।