घर में ही भक्तों ने की महादेव की पूजा
- अधिकांश मंदिरों के पट रहे बंद -कई मंदिर खुले लेकिन नहीं आए श्रद्धालु जागरण संवाददाता सि
- अधिकांश मंदिरों के पट रहे बंद
-कई मंदिर खुले लेकिन नहीं आए श्रद्धालु
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: सावन महीने में चौथी सोमवारी को हर हर महादेव गूंज रही। लेकिन कोरोना काल में अधिकांश लोग घरों में महादेव के जयकारे लगा रहे थे। बेलपत्र, धतूरा, फूल, प्रसाद बाबा पर चढ़ाया गया। हालाकि कई मंदिरों के द्वारों पर ताला लटका नजर आया तो कई मंदिरों में श्रद्धालु कोरोना महामारी को देखते हुए नहीं पहुंचे। इस बारे में नेहरू रोड स्थित हनुमान मंदिर के पुजारी उमा शकर पाडे ने बताया कि कोरोना महामारी को देखते हुए मंदिर के पट बंद ही रखे गए हैं। सुबह-शाम मंदिर में ही पूजा की जाती है। वही हनुमान मंदिर, कंबल पट्टी के पुजारी लक्ष्मण चौबे ने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के पट सुबह से ही खोल दिए गए थे किंतु श्रद्धालु शिवालय में जल चढ़ाने नहीं पहुंचे। ऐसे में उनके द्वारा ही भगवान शिव की आराधना की गई। गंगा नगरी स्थित राम जानकी मंदिर के पंडित रमेश झा ने बताया कि मंदिर में जलाभिषेक की विशेष व्यवस्था की गई थी। आने वाले श्रद्धालुओं को शारीरिक दूरी बनाए रखने की हिदायत बार-बार दी जा रही थी,ताकि यह बीमारी को फैलने से रोका जा सके। सावन महीने में सोमवार के दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मंदिरों में जुटती है। किंतु इस वर्ष अपनी सुरक्षा का ख्याल रखते हुए श्रद्धालुओं ने घरों में ही पूजा-अर्चना कर सुख शाति की कामना की । वहीं कई श्रद्धालुओं का कहना था कि सावन महीने में बाबा पर जल चढ़ाना शुभ माना जाता है। ऐसे में वे सुबह ही जल चढ़ाने पहुंच गए हैं, ताकि किसी प्रकार की भीड़ भाड़ नो हो और हम सुरक्षित रहकर जल चढ़ा सकें। कई मंदिरो में सरकार द्वारा बताए मानको का पूरा ख्याल रखा गया तो कई मंदिरों में ऐसी कोई व्यवस्था नजर नही आई।