भाई के हाथों पर बहनें नहीं बांधेगी चीन की राखियां
-अभियान को सफल करने में जुटा संघ परिवार -कई संगठनों ने चलाया अभियान उत्तर बंगाल में नह
-अभियान को सफल करने में जुटा संघ परिवार
-कई संगठनों ने चलाया अभियान उत्तर बंगाल में नहीं दिखेगी चीन निर्मित राखी
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी :गलवान घाटी की घटना से भारतीयों में चीन विरोधी रोष देखा जा रहा है। अब राखी बंधन के त्योहार में कोई भी बहन भाई के हाथों पर चीन निर्मित राखी नहीं बांध पाये इसके लिए संघ व उससे जुड़ी संगठनों के माध्यम से अभियान चलाया जा रहा है। संघ के उत्तर बंगाल प्रांत में इस मुहिम को उत्तर बंगाल समेत 10 जिलों में जोरशोर से काम किया जा रहा है। चीन निर्मित राखियों की अर्थव्यवस्था को संवारने के भी प्रयास आरंभ हैं। संघ से मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े संगठनों ने लघु उद्योग एवं भारतीय स्टार्टअप पर जोर दिया है। संघ परिवार की चाहता है कि उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए स्वदेशी पर जोर दिया जाए। स्वदेशी के प्रसार के लिए डिजिटल जनजागृति एवं आत्मनिर्भरता मुहिम आरंभ की गई है। संघ लघु उद्योग एवं भारतीय स्टार्टअप पर जोर दे रहा है। उल्लेखनीय है कि संघ परिवार स्वदेशी को हमेशा ही प्रोत्साहित करता रहा है। बहरहाल वैश्वीकरण के दौर में चीन के बढ़ते आयात पर आक्रामकता नहीं दिखी। सस्ते माल के नाम पर चीन से आयातित अनेक वस्तुओं ने भारतीय बाजार पर कब्जा कर लिया। डोकलाम विवाद के बाद 2017 में संघ ने चीन के विरोध में पूरे देश में मुहिम चलाई।
अब चीन से खड़े हुए सीमा विवाद को देखते हुए संघ ने अपनी मुहिम को पुन: गति दे दी है। स्वदेशी एवं आत्मनिर्भरता पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए नागरिकों से डिजिटल आवेदन भरवाए जा रहे हैं। सूत्रों का दावा है कि अब तक इस माध्यम से लाखों लोगों तक पहुंचा गया है।
त्योहारों में स्वदेशी पर हो फोकस
देश में त्योहारों का मौसम आने वाला है। इस दौरान विदेशी खासतौर पर चीनी वस्तुएं बाजार में दिखती हैं। इसे देखते हुए संघ परिवार इस दौरान विदेशी उत्पाद नहीं खरीदने की जनजागृति मुहिम चलाएगा। इस मुहिम में स्वदेशी जागरण मंच सहित संघ परिवार के विभिन्न संगठन शामिल होंगे। इसके तहत इस बात की जानकारी भी दी जाएगी कि विदेशी उत्पादनों के बदले कौन से भारतीय उत्पादन बाजार में उपलब्ध हैं। इसके लिए ऑनलाइन प्लेटफार्म का उपयोग किया जाएगा।
डिजिटल प्लेटफार्म पर जोर देगा संघ
अब तक ऐसे उपक्रमों में प्रत्यक्ष घर-घर संपर्क पर जोर दिया जाता है। लेकिन कोविड-19 की वजह से अब यह हित में नहीं है। इसलिए इस पर डिजिटल प्लेटफार्म पर जोर दिया जाएगा। स्वदेशी जागरण मंच के विचार विभाग प्रमुख अजय पत्की ने कहा कि इसके तहत नागरिकों से स्वदेशी का उपयोग करने की अपील की जाएगी। समाज के विशिष्ट नागरिकों को इस मुहिम से जोड़ा जाएगा।