कोरोना संक्रमित मरीज को नहीं किया कोविड-19 अस्पताल शिफ्ट
-नवजात शिशु को रखने को लेकर है परेशानी -खोरीबाड़ी में संक्रमित इलाके के लोगों ने
-नवजात शिशु को रखने को लेकर है परेशानी
-खोरीबाड़ी में संक्रमित इलाके के लोगों ने किया हंगामा
-दो दिन बाद भी प्रशासन ने नहीं की कोई व्यवस्था
-खुलेआम बाजार निकल रहे हैं मरीज के परिवार वाले
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में भर्ती एक प्रसूता के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के तीन दिन बाद भी उसे कोविड-19 अस्पताल में शिफ्ट नहीं किया जा सका है। एनबीएमसीएच के आधिकारिक सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के प्रसूता के नवजात शिशु को कहां रखेंगे,इसको लेकर असमंजस की स्थिति बनी है। परिवार वालों की राय पूछी गई है। इसी कारण मरीज को कोविड-19 अस्पताल में शिफ्ट नहीं किया जा पा रहा है। बताया गया कि शुक्रवार को उक्त मरीज को कोविड-19 अस्पताल में शिफ्ट किए जाने की संभावना है। दूसरी ओर माटीगाड़ा के निकट कोविड-19 अस्पताल में कोरोना वायरस से संक्रमित तीन मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि एनबीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में एक मरीज का इलाज चल रहा है। वहीं कावाखली स्थित सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन यानी फस्ट स्टेज कोविड-19 अस्पताल में कोरोना वायरस के 17 संभावित मरीजों का इलाज चल रहा है। वहीं एनबीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में चार संभावित मरीजों का इलाज चल रहा है।
दूसरी ओर सिलीगुड़ी महकमा के खोरीबाड़ी प्रखंड के खोलदा जोत में कोरोना संक्रमित क्षेत्र के लोगों ने गुरुवार को इंतजाम की माग को लेकर हंगामा किया। सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। जब डीएसपी अचिंत गुप्त ने सभी प्रकार की सुविधाओं को मुहैया कराने का आश्वासन दिया,तब जाकर मामला शांत हुआ। बताया गया जिस महिला को बीमारी हुई है वह कैंसर पीड़ित थी। वह मुम्बई से इलाज कराकर लौटी थी। कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद भी यहा सैनिटाइज और उससे संपर्क में आये परिवार को सुरक्षित रखने की कोई व्यवस्था नही की है। संक्रमित मरीज के परिवार वाले जब बाजार निकले तो लोगों ने इसका विरोध किया। उसके बाद स्थानीय लोग विरोध प्रदर्शन भी करने लगे।
नेपाली बस्ती में दूसरे दिन भी सैनिटाइजिंग
इधर,एनजेपी के भक्तिनगर नेपाली बस्ती कोरोना संक्रमित क्षेत्र का गुरुवार सुबह सिलीगुड़ी नगर निगम प्रशासनिक बोर्ड के चेयरमैन अशोक भट्टाचार्य और सदस्य शकर घोष ने दौरा किया। दूसरे दिन भी पूरे इलाके को सैनिटाइज कराया। यहा जरूरतमंद 20- 22 परिवार को एक एनजीओ के माध्यम से भोजन पहुंचाया। अशोक ने कहा कि इस क्षेत्र में कोई अगर दवा या अन्य सामग्री के लिए कहे तो उसे वार्ड कमेटी या पुलिस प्रशासन की ओर से मुहैया कराया जाएगा। संक्रमित क्षेत्र होने के बाद इस क्षेत्र से लोगो का आना-जाना वíजत है। इसका पालन सभी को करना चाहिए।